Vivah Panchami 2025: सीता–राम की तरह पाना है अटूट प्रेम तो विवाह पंचमी पर करें ये चमत्कारी उपाय
punjabkesari.in Wednesday, Nov 19, 2025 - 02:27 PM (IST)
Vivah Panchami 2025: हर साल मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी का पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि इसी दिन मिथिला में सीता स्वयंवर जीतकर भगवान श्री राम ने माता जानकी से विवाह रचाया था। इस शुभ अवसर पर श्री राम और माता सीता की विशेष पूजा का विधान है। विवाह में सफलता, प्रेम और समृद्धि के लिए इस दिन खास पूजा-अर्चना की जाती है। यह दिन विशेषकर दंपतियों और विवाहित जोड़ों के लिए शुभ फल देने वाला माना जाता है। अगर आप भी अपने शादीशुदा जीवन को खुशहाल और सुखी बनाना चाहते हैं, या फिर आपकी शादी नहीं हो रही है तो आज इस आर्टिकल में कुछ खास उपाय बताएंगे जिन्हें विवाह पंचमी के दिन करने आपको लाभ प्राप्त हो सकता है-

सुखी दांपत्य जीवन के लिए
इसके लिए विवाह पचंमी के दिन राम दरबार की विधिवत पूजा करें। पूजा में लाल सिंदूर और सुहाग की सामग्री माता सीता को अर्पित करें। इसके साथ ही भगवान राम और देवी सीता को तुलसी दल डालकर खीर का भोग लगाएं। फिर इस भोग को पति-पत्नी साथ में ग्रहण करें, इससे उनके बीच प्यार बढ़ेगा। वहीं, पूजा के दौरान ॐ जानकी वल्लभाय नमः, "श्री राम जय राम जय जय राम" मंत्र का 108 बार जाप जरूर करें।
दूसरा उपाय है तुलसी का, हिन्दू धर्म में तुलसी को माता का दर्जा दिया गया है। इनकी पूजा से कई प्रकार की समस्याओं का हल होता है इसलिए विवाह पंचमी से पहले एक रामा तुलसी का पौधा घर लाकर रखना चाहिए। रामा तुलसी का पौधा घर में रखने से घर में सुख, शांति और स्वास्थ्य आता है। साथ ही अगर इसकी नियमित पूजा की जाती है, तो वैवाहिक जीवन में तनाव कम होता है।

इसके अलावा अगर आपके वैवाहिक जीवन में मुश्किलें आ रही हैं, तो इस दिन किसी राम मंदिर में जाकर या अपने घर पर भगवान राम और माता सीता के विवाह की प्रतिमा पर उनके चरणों में पीले फूल अर्पित करें। ऐसा करने से विवाह से जुड़ी बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही रिश्ता मजबूत होता है।
तो वहीं पारिवारिक जीवन मे पति-पत्नी के रिश्ते मधुर नहीं रहते है तो विवाह पंचमी के दिन घर में कछुए की तस्वीर या छोटी मूर्ति लाना चाहिए। इससे परिवार मे स्थिरता आती है, साथ ही ये वैवाहिक जोड़ों में विश्वास बढ़ाती है।
इसके अलावा अगर किसी का विवाह नहीं हो रहा तो विवाह पंचमी के दिन भगवान राम और माता सीता की प्रतिमा के सामने बैठकर उन्हें लाल या पीले वस्त्र अर्पित करें। फिर उनके बीच पीले रंग की मौली से गठबंधन करें। इससे विवाह के योग जल्द बनने लगते हैं। इसके साथ ही विवाह पंचमी के दिन रामचरितमानस में वर्णित सीता स्वयंवर प्रसंग का पाठ ज़रूर करना चाहिए। ऐसा करने से मनचाहा जीवनसाथी मिलने की कामना पूरी होती है।

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