Vat Savitri Vrat: वट सावित्री व्रत पर बनेंगे दुर्लभ संयोग, जानें तिथि और शुभ मुहूर्त

punjabkesari.in Friday, Apr 11, 2025 - 09:28 AM (IST)

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Vat Savitri Vrat 2025: वट सावित्री व्रत का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है और यह विशेष रूप से हिन्दू धर्म में विवाहित महिलाओं द्वारा श्रद्धा और भक्ति से किया जाता है। यह व्रत उत्तर भारत में बड़े श्रद्धा भाव से किया जाता है और इसकी तिथि आमतौर पर ज्येष्ठ माह की अमावस्या को होती है। इस दिन महिलाएं वट वृक्ष के नीचे व्रत करती हैं और प्रार्थना करती हैं ताकि उनके पतियों की लंबी उम्र हो और उनका वैवाहिक जीवन सुखमय हो।

Vat Savitri Vrat
Vat Savitri Vrat date and auspicious time वट सावित्री व्रत तिथि और शुभ मुहूर्त
ज्येष्ठ माह की अमावस्या तिथि का प्रारंभ 26 मई 2025 सोमवार की दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर होगा और 27 मई 2025 मंगलवार की सुबह 8:31 पर समाप्त होगी। पुराणों की मान्यता के अनुसार जिस समय अमावस्या तिथि का प्रभाव दोपहर के वक्त होता है, उस रोज व्रत रखने का विधान है।

Vat Savitri Vrat
A rare coincidence will happen on Vat Savitri fast वट सावित्री व्रत पर बनेंगे दुर्लभ संयोग
वर्ष 2025 में वट सावित्री व्रत के दिन बहुत सारे दुर्लभ संयोग बनने वाले हैं। जो इस दिन की महिमा को विशेष रूप से पुण्यदायी बनाएंगे। वट सावित्री व्रत का दिन सोमवार अमावस्या तिथि पर पड़ रहा है। जो अमावस्या सोमवार के दिन आती है, उसे सोमवती अमावस्या कहते हैं। सोमवार का दिन भगवान शिव के प्रिय चन्द्र देव को समर्पित है। भगवान ने स्वयं उन्हें अपने शीश पर स्थान दिया है। वट सावित्री के दिन चंद्रमा वृषभ राशि में स्थित रहेंगे।

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इसके अतिरिक्त और भी शक्तिशाली योग बन रहे हैं जैसे बुधादित्य योग, जिससे बुद्धि, संवाद और  बौद्धिक क्षमता को बढ़ावा मिलेगा। मालव्य योग सुंदरता, भोग-विलास और ऐशो-आराम में वृद्धि करता है। त्रिग्रही योग तीनों ग्रहों की मिली शक्ति से मंगलमय प्रभाव डालता है। संपूर्ण योगों के दुर्लभ संयोग से इस साल वट सावित्री व्रत धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से बहुत पुण्यदायी है। व्रतधारी महिलाओं के लिए यह शुभ अवसर अन्य वर्षों से कई गुणा अधिक पुण्य देने वाला रहेगा।

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Content Writer

Niyati Bhandari

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