कामधेनु शंख को घर में रखने से मिलते हैं ये फायदे, अभी तक नहीं लाए घर तो आज ही लाएं
punjabkesari.in Wednesday, Nov 18, 2020 - 01:43 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार जब देवताओं व राक्षसों ने मिलकर अमृत पाने के लिए समुद्र मंथन किया था तो अमृत के अलावा भी उसमें से अन्य कई चीज़ें उत्पन्न हुई थीं। इन्ही में शामिल थे 14 अनमोल रत्न, जिनमें से आठवें रत्न के रूप में शंखों की उत्पत्ति हुई थी। अगर प्राकृतिक रूप से देखा जाए तो शंख कई प्रकार के होते हैं। परंतु इनमें से देव शंखों की बात की जाए तो इसमें चक्र शंख, राक्षस शंख, शनि शंख,राहु शंख, पंचमुखी शंख, वालमपुरी शंख, बुद्ध शंख, केतु शंख, शेषनाग शंख, कच्छप शंख, शेर शंख, कुबार गदा शंख, सुदर्शन शंख आदि शामिल हैं।
शास्त्रों के अनुसार इनके 3 प्रमुख प्रकार हैं- वामावर्ती, दक्षिणावर्ती तथा गणेश शंख या मध्यवर्ती शंख।
जिनके अंतर्गत, गणेश शंख, पाञ्चजन्य, देवदत्त, महालक्ष्मी शंख, पौण्ड्र, कौरी शंख, हीरा शंख, मोती शंख, अनंतविजय शंख, मणि पुष्पक और सुघोषमणि शंख, वीणा शंख, अन्नपूर्णा शंख, ऐरावत शंख, विष्णु शंख, गरूड़ शंख और कामधेनु शंख।
कहा जाता है न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि वास्तु की दृष्टि से भी शंख का अधिक महत्व होता है। इसी कड़ी में आज हम आपको बताने वाले हैं कामधेनु शंख के बारे में, जिसे घर में रखने से घर-परिवार के सदस्यों को लाभ प्राप्त होता है। आइए जानते हैं कामधेनु शंख के बारे में साथ ही साथ जानेंगे इसे फायदे-
कामधेनु शंख:
कहा जाता है अन्य शंखों से ये यह शंख बहुत दुर्लभ माना जाता है, इसके भी आगे दो प्रमुख रूप हैं, जिनमें से एक गोमुखी शंख है, तथा दूसरा कामधेनु शंख। कामधेनु शंख गाय के मुखी जैसी रूपाकृति का होने के कारण इसे यह नाम दिया गया।
कामधेनु शंख लाभ-
वास्तु और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कामधेनु शंख की पूजा-अर्चना करने से जातक के भीतर तर्कशक्ति प्रबल होती है। तो वहीं इस घर में रखने से चित्त में प्रसन्नता होती है।
कथाओं के अनुसार महर्षि पुलस्त्य और ऋषि वशिष्ठ ने लक्ष्मी प्राप्ति के लिए इस शंख का प्रयोग किया था। यही कारण है कि मान्यता प्रचलित है कि इसके प्रयोग द्वारा धन और समृद्धि स्थायी रूप से बढ़ाई जा सकती है।
कहा जाता है कलियुग में मानव की मनोकामना पूर्ति का यह एकमात्र साधन है। इसलिए इस शंख को कल्पना पूरी करने वाला भी माना जाता है।
धार्मिक शास्त्रों में इस शंख से जुड़ा मंत्र भी बताया गाया है कि जो इस प्रकार है-
कामधेनु शंख: ॐ नमः गोमुखी कामधेनु शंखाय मम् सर्व कार्य सिद्धि कुरु-कुरु नमः।