गलत दिशा में बनी घर की सीढ़ियां, डूबा सकती हैं आपका भविष्य
punjabkesari.in Monday, Dec 02, 2019 - 02:01 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज के समय में हर कोई चाहता है कि उसका घर खुशियों से हरा-भरा रहे। अगर नया घर बनाया जाए या फिर खरीदा जाए तो एक बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए कि वे वास्तु दोष से मुक्त हो। वहां किसी को किसी तरह की कोई परेशानी न हो। लेकिन वहीं अगर वास्तु के हिसाब से घर को न बनाया जाए या वे वास्तु के हिसाब से न बना हो तो व्यक्ति को कोई न कोई समस्या आकर घेरे रहती है। ऐसा माना भी गया है कि वास्तु दोष घर के किसी भी कोने में पैदा हो सकता है। ऐसे में ये घर की सीढ़ियों से लेकर शौचालय में भी पैदा हो सकती है। लेकिन आज हम आपको सीढ़ियों की सही दिशा के बारे में बताएंगे। कहते हैं कि वास्तु दोष सीढ़ियों की बनावट व दिशा दोनों में पैदा हो सकता है। वास्तु के अनुसार सीढ़ियां अगर सही दिशा में न बनी हो तो वहां चोरों का भय, व्यापार में हानि या कर्ज की नौबत आ सकती है। इसलिए घर की सीढ़ियों का सही दिशा में होना बहुत जरूरी होता है। कहते हैं कि अगर उनकी बनावट सही हो न हो तो घर के मुखिया को दिक्कतें आ सकती हैं। तो चलिए जानते हैं वास्तु के हिसाब से इनकी सहीं दिशा के बारे में।
वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ियां दक्षिण व पश्चिम दिशा में हो तो बहुत बेहतर होता है। इसके साथ ही ध्यान रखें कि ये पत्थर या लकड़ी की होनी चाहिए।
सीढ़ियों की अगर बनावट की बात करें तो ये उल्टी या कहीं से टूटी-फूटी नहीं होनी चाहिए। वरना परिवार के सदस्यों को मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।
कहते हैं कि सीढ़ियों की संख्या विषम होनी चाहिए, जैसे कि 3,5,7,9,11 आदि।
सीढ़ियों का घुमाव बाएं ये दाएं की ओर होना चाहिए और इसके साथ ही ध्यान रखें कि ये मेन गेट के बिल्कुल सामने नहीं होनी चाहिए।
अगर आपके घर की सीढ़ियों के नीचे की जगह खाली हो तो वहां स्टोर रूम बनवा सकते हैं।
सीढ़ियां कभी भी घर, मकान या दुकान के बीचो-बीच नहीं होनी चाहिए। अदंर की बजाए बाहर की तरफ बनी सीढ़ियां ज्यादा सुविधाजनक होती हैं।
कहते हैं कि अगर बाकी घर की सफाई हो लेकिन सीढ़ियों की सफाई न हो तो व्यक्ति के जीवन में उथल-पुथल होनी शुरू हो जाती है। कई बार व्यक्ति कर्ज से भी घिर जाता है।