Vastu Tips for Karwa Chauth 2025 Sargi: इस दिशा में बैठकर खाएं सरगी
punjabkesari.in Tuesday, Oct 07, 2025 - 07:20 AM (IST)

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Vastu Tips for Karwa Chauth Sargi Direction: करवा चौथ का व्रत हिंदू धर्म में पति-पत्नी के प्रेम, विश्वास और समर्पण का प्रतीक माना गया है। इस दिन विवाहित महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। व्रत की शुरुआत सुबह सरगी से होती है और वास्तु शास्त्र के अनुसार सरगी खाने की सही दिशा व्रत की सफलता और वैवाहिक सुख-शांति से जुड़ी होती है। करवा चौथ पर सरगी का सेवन केवल व्रत की शुरुआत नहीं, बल्कि भक्ति, प्रेम और सकारात्मक ऊर्जा का संचार है। वास्तु के अनुसार पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में मुख करके सरगी खाने से व्रत फलदायी होता है और वैवाहिक जीवन में सुख, शांति और सौभाग्य स्थायी रूप से बना रहता है।
Importance of Sargi in Karwa Chauth सरगी का महत्व
हिन्दू शास्त्रों में कहा गया है — “यथा दिशां समन्वयः तदा सुखं निवार्यते।”
अर्थात् — जब दिशा के अनुसार कार्य किया जाता है, तब जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
सरगी न केवल भोजन का भाग है, बल्कि यह ऊर्जा, आस्था और शुभता का प्रतीक है। सुबह ब्रह्म मुहूर्त में सरगी ग्रहण करने से मन शांत होता है और शरीर में दिव्य शक्ति आती है।
Best Direction for Sargi as per Vastu वास्तु अनुसार सरगी खाने की दिशा
पूर्व दिशा (East Direction) – सबसे शुभ दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, सरगी हमेशा पूर्व दिशा की ओर मुख करके खानी चाहिए। पूर्व दिशा से सूर्य देव की ऊर्जा आती है, जो आयु, स्वास्थ्य और सकारात्मकता का प्रतीक है। पूर्व दिशा में बैठकर सरगी ग्रहण करने से व्रत अधिक फलदायी होता है और पति-पत्नी के रिश्ते में प्रेम बना रहता है।
दक्षिण-पूर्व दिशा (Agneya Kon) – उन्नति और समृद्धि की दिशा
यदि पूर्व दिशा संभव न हो, तो दक्षिण-पूर्व दिशा में मुख करके सरगी खाई जा सकती है। यह दिशा अग्नि तत्व की है, जो ऊर्जा और जीवनशक्ति को बढ़ाती है। इस दिशा में बैठकर सरगी खाने से घर में सौभाग्य और आर्थिक समृद्धि आती है।
Avoid These Directions किन दिशाओं से बचें
दक्षिण दिशा में मुख करके सरगी न खाएं, क्योंकि यह यम दिशा मानी जाती है।
पश्चिम दिशा भी सरगी के लिए शुभ नहीं है, इससे ऊर्जा में कमी आती है।