आज सूर्य बदलेंगे घर, कौन होगा बेघर

punjabkesari.in Friday, Apr 27, 2018 - 01:01 PM (IST)

आज रात 12 बजे सूर्यदेव भरणी नक्षत्र में प्रविष्ट करने जा रहे हैं। 11 मई की शाम 06:13 तक यहीं पर वास करेंगे। सूर्य के घर बदलने का प्रभाव हर नामाक्षर और नक्षत्र वाले व्यक्तियों पर होगा। आईए जानें आपके नामाक्षर पर क्या शुभ प्रभाव पड़ेगा और अशुभता से बचने के लिए क्या करना होगा-


भरणी, कृतिका और रोहिणी नक्षत्र में जन्मे जातक या जिनका नाम ल, अ, ई, उ, ए और व अक्षर से शुरू होता है, उन्हें 11 मई तक ज्वलंतशील चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए अथवा उनका उपयोग करते हुए बेहद सतर्कता रखने की जरूरत है। यदि कोई नई प्रॉपर्टी लेने की सोच रहे हैं तो 11 मई तक इंतजार करें। सूर्य के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए 11 मई तक हर रोज सुबह घर के सभी खिड़कियां और दरवाजें खोल दें, जिससे सूर्य की सकारात्मकता घर में प्रवेश करेगी। कुछ देर के लिए सूर्य की रोशनी में भी बैठें।


मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु और पुष्य नक्षत्र में जन्मे जातक या जिनका नाम व, क, घ, ङ, छ, ह और ड से आरंभ होेता है। उनके मिजाज कुछ बिगड़े-बिगड़े रहेंगे, बोरियत के चलते किसी काम में मन नहीं लगेगा। समय पर कोई भी काम पूरा नहीं कर पाएंगे। इस अशुभता से बचने के लिए रात को सोने से पहले अपने पिलो के पास 5 मूली या 5 बादाम रखें। सुबह शुद्ध होकर मूली-बादाम किसी भी धार्मिक स्थान पर रख आएं।


आश्लेषा, मघा, पूर्वाफाल्गुनी और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में जन्मे जातक या जिनका नाम ड, म, ट और प से शुरू होता है, उनमें स्टेबिलिटी आएगी। 11 मई तक आपके सूरज की तरह चमकने के योग बन रहे हैं। शुभता को बढ़ाने के लिए 11 मई तक पीतल के बर्तनों को यूज करें। 


हस्त, चित्रा और स्वाति नक्षत्र में जन्मे जातक या जिनका नाम प, ष, ण, ठ, र और त से शुरू होता है, उनके लिए अच्छा समय बांहे फैलाए खड़ा है। आज रात 12 बजे से लेकर 11 मई को शाम 06:13 तक धन की देवी लक्ष्मी आपके अंग-संग रहने वाली हैं। शुभता को बरकरार रखने के लिए जब भी घर से बाहर जाएं तो पानी पी कर निकलें। कुछ मीठा भी खाएंगे तो सोने पर सुहागे का काम होगा।


विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा और मूल नक्षत्र में जन्मे जातक या जिनका नाम त, न, य और भ अक्षर से आरंभ होता है, उन्हें रात 12 बजे ले लेकर 11 मई की शाम 06:13 तक छप्पर फाड़ लाभ मिलेंगे। हर काम में सफलता मिलने के शत प्रतिशत चांस हैं। बंदर को गुड़ डालना आपके हर कार्य में प्रगती करवाएगा।


पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा और श्रवण नक्षत्र में जन्मे जातक या जिनका नाम भ, ध, फ, ढ, ज और ख से आरंभ होता है। उनके घर के हैड पर 11 मई तक टेंशन का प्रभाव रहेगा। अगर आप खुद घर के हैड हैं तो फूंक-फूंक कर कदम रखें। भूखे को भोजन खिलाने और मीठा देने से आपके खुद के जीवन में मिठास आने लगेगी।


धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद और उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में जन्मे जातक या जिनका नाम ग, स, द, थ, झ और ञ से शुरू होता है। 11 मई तक उनको धन हानि होने के संकेत मिल रहे हैं। समय कुछ उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। अशुभता से बचने के लिए धार्मिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर सहयोग दें। धन-लाभ के योग बनेंगे।


रेवती, अश्विनी और भरणी नक्षत्र में जन्मे जातक या जिनका नाम द, च और ल से आरंभ होता है। उनका समय 11 मई तक अच्छा नहीं है। हर तरफ से हताशा और निराशा घेरे रहेगी। 11 मई तक सूर्यदेव को हर रोज अर्घ्य दें। शुभ समय जल्दी आएगा।


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Niyati Bhandari

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