Welcome 2020: खुशियों की बहार लाएंगे ये उपाय, 1 बार आज़माएं ज़रूर
punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2019 - 11:40 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जैसे कि सब जानते हैं 2019 साल का अंत होने वाला है और 2020 का आगाज़ होने जा रहा है जिसकी शुरूआत पर हर कोई यही चाहता है कि उसके जीवन में आने वाले नए साल पर सब बढ़िया हो। कहने का भाव है कि कुछ भी अशकुन घटित न हो। शास्त्रों में जहां इस कामना को पूरा करने के लिए भगवान की प्रार्थना करना लाभदायक माना जाता है। तो वहीं ज्योतिष शास्त्र में इसके लिए कई उपाय बताए गए हैं। क्योंकि माना जाता है कि हर नए साल पर ग्रहों का परिवर्तन होता है जो सभी राशियों पर अपना प्रभाव डालता है। जो सकारात्मक तथा नकारात्मक दोनों तरह से 12 की 12 राशियों को प्रभावित करता है। तो आइए आपको बताते हैं कुछ बहुत ही आसान व सटीक उपाय।
इससे पहले कि हम आपको उपाय बताएं जान लें अगर आपकी उम्र 16 साल से 21 साल तक के बीच की है या फिर 23 साल की हैं तो आप निम्न उपाय कर सकते हैं। यहां जानें वो खास उपाय जिन्हें करने से आपके लिए आने वाला साल अनलकी से लकी बन सकता है। तथा जिसके शुभ प्रभाव से आपको मनचाही सफलता भी हासिल होगी।
अगर आपने किसी ज्योतिष विशेषज्ञ से अपनी कुंडली दिखवाई है और उसके अनुसार अगर साल 2020 में आपकी साढ़ेसाती या ढैय्या लगने वाली है तो इसके लिए आप रोज़ाना काली गाय की सेवा करें। मान्यता है ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
शुभ प्रभावों की प्राप्ति के लिए रोज़ाना माथे पर केसर और चंदन मिश्रित तिलक लगाएं। शास्त्रों के अनुसार चंदन व केसर दोनों प्रकार का तिलत जीवन में फैली नकारात्मकता को दूर करने में सहायक होता है।
संभव हो तो नए साल के आरंभ से यानि पहले दिन से रोज़ाना पीपल के पेड़ की जड़ में हर दिन जल चढ़ाएं, आपके लिए सफलता के द्वार खुलेंगे।
साल 2020 में पहले गुरुवार को उपवास ज़रूर रखें, इसके आपको बृहस्पति देव का आशीर्वाद मिलेगा। जिससे कुंडली में गुरु ग्रह के अशुभ प्रभावों से भी मुक्ति मिलेगी। अपनी सामर्थ्य के अनुसार व्रत रख सकते हैं जैसे 3, 5 आदि।
संभव हो तो नए साल के प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी की पूजा करें।
सुख समृद्धि को बढ़ने के लिए तांबे के लोटे में पानी तथा केसर मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। तो आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए चांदी के लोटे में कच्चा दूध भरकर इसमें दूध में शंकर, दही, घी शहद मिलाएं और शिवलिंग पर अर्पित करें।