इन संकेतों से पता चलता है कैसे होगा दुनिया का विनाश
punjabkesari.in Thursday, May 31, 2018 - 10:13 AM (IST)
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हिंदू धर्म में ब्रह्म व विष्णु पुराण को लेकर अनकों मान्यताएं प्रचलित हैं। पुराणों में कहा गया है कि कलियुग खत्म होने के बाद दुनिया समाप्त हो जाएगी। विष्णु पुराण में ऐसी कई परिस्थियां का वर्णन भी किया गया है, जिनसे साफ़-साफ़ पता चल सकता है कि सृष्टि अपने अंत के करीब है।
आइए आपको बताते हैं कि गरुड़ पुराण के मुताबिक, जब कलियुग का अंत होगा तो सृष्टि में किस तरह के बदलाव आएंगे। कलियुग, ऐसा चिन्ह जिससे पता चलता है कि सृष्टि का अंत नज़दीक है-
हिंदू धर्म के मुताबिक जीवन चक्र 4 अवधियों में चलता है। सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग। ऐसा माना जाता है कि हर अवधि को पूरा करने के बाद दुनिया का नाश हो जाता है।
कर्म-धर्म का तराजू- पुराणों के अनुसार हर युग में धर्म-कर्म की पवित्रता खत्म होती जाती है। ब्रह्म और विष्णु पुराण के मुताबिक, इंसान खुद ही सृष्टि के विनाश का कारण बनेगा।
त्रिदेव की तस्वीर- हिंदू धर्म के मुताबिक कुछ चीजें पहले से ही तय कर ली गई हैं। जैसे भगवान विष्णु सृष्टि को शुरु और भगवान शिव सृष्टि को खत्म करने का उत्तरदायित्व निभाते हैं।
पुराण- ब्रह्म पुराण, विष्णु पुराण और भविष्य पुराण की भविष्यवाणियों से लेकर गरुड़ पुराण में कर्म और उनके परिणाम तक बहुत कुछ हमारे सामने लाया जा चुका है। लेकिन ये भविष्यवाणियां सुनकर शायद आप बिल्कुल चौंक जाएं।
कलियुग समय चक्र- बताया जाता है कि कलियुग सबसे आखिरी युग है इसलिए हमें अपने सभी कर्मों का फल इसी युग में भुगतने पड़ेंगे। जब कलियुग की समाप्ति होगी तो निश्चित रूप से चौंकाने वाली चीजें धरती पर घटित हो रही होंगी। बेमौसम बारिश, आंधी-तूफान, जल संकट ये सब इसका संकेत भी हैं।
जीवनकाल- इसके अनुसार जैसे-जैसे कलयुग अंत कि ओर बढ़ेगा मनुष्य का जीवनकाल घटकर मात्र 12 साल तक रह जाएगा और शरीर 4 इंच सिकुड़ जाएगा।
कल्कि- ब्रह्मा और विष्णु पुराण में ये भी लिखा हुआ है कि एक वक्त ऐसा आएगा जब ये सृष्टि नफरत और भयानक कृत्यों में लिप्त हो जाएगी। हर तरफ बस युद्ध का माहौल होगा तब पृथ्वी पर भगवान विष्णु कल्कि का अवतार लेकर जन्म लेंगे।
भावनाएं- पृथ्वी जब विनाश के करीब होगी तब हर जगह का पानी रहस्यमयी तरह से सूखने लगेगा। इसके अलावा किसी के भीतर भावनाएं नहीं रह जाएगी। मां, बाप, गुरू किसी के लिए भी मनुष्य के दिल में कोई भावना नहीं रहेगी।
पैसे का मोह- लोगों के लिए पैसा इतना जरूरी हो जाएगा कि उसके लिए वो किसी का भी खून करने को तैयार हो जाएगा।
गंगा- कलियुग के 5,000 साल बाद पवित्र गंगा नदी उल्टी बहने लगेगी और वापस बैकुंठ लौट जाएगी। माना जाता है कि कलयुग के 10,000 साल बाद सभी देवी-देवता पृथ्वी का पवित्र स्थान छोड़कर जाने लगेंगे।
धरती- कलयुग का अंत आते-आते पृथ्वी पूरी तरह बंजर हो जाएगी। ना धरती पर फिर कोई फसल उग पाएगी और ना ही फूलों से धरती लहलहा पाएगी। पृथ्वी पर रहने वाले जीव-जंतु तक निर्जीव हो जाएंगे।
मानवता- कलयुग के 20,000 साल बाद मानवता की निर्मम हत्या होने लगेगी। पैसे और सत्ता के लिए मां- बेटे तक एक दूसरे के विनाश का कारण बनने लगेंगे। सभी एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाएंगे।
आतंकवाद- आतंकवाद अपने चरम पर होगा। दुनिया क्रोध और नफरत से जल रही होगी, तब भगवान विष्णु कल्कि अवतार लेकर धरती पर जन्मेंगे। माना जाता है कि वो 1000 हाथी के जोड़ों से भी ज्यादा ताकतवर होंगे और वो पृथ्वी को आजाद कराने में तीन दिन का वक्त लेंगे।
सूर्य उगेंगे- कलयुग के आखिरी 5 साल में पृथ्वी पर मूसलाधार बारिश होगी। कलयुग की आखिरी रात सबसे लंबी होगी, जिसके बाद 12 सूरज उगेंगे और तब तक चमकेगें जब तक वो धरती का सारा पानी सोख नहीं लेंते। यहां 12 सूर्यों का मतलब पृथ्वी के बढ़ते तापमान से लिया जा सकता है।
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