एक बार फिर कोरोना संकट के बीच सुर्खियों में आया बद्रीनाथ धाम
punjabkesari.in Thursday, Jun 11, 2020 - 11:37 AM (IST)

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कोरोना संकट के बीच लगातार हम अपनी वेबसाइट के माध्यम से आपको हर तरह की धार्मिक अपडेट देने का प्रयास कर रहे हैं। इससे पहले हम आपको बद्रीनाथ एवं अमरनाथ में हुए चमत्कार के बारे में बता चुके हैं। इसी कड़ी को बरकरार रखते हुए आज हम एक बार फिर बद्रीनाथ से जुड़ा एक अनोखा चमत्कार लाएं हैं। जी हां, बताया जा रहा बद्रीनाथ धाम के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि यहां मौज़ूद गर्म पानी का कुंड सूख गया है। बता दें इस कुंड को तप्तकुंड के नाम से भी जाना जाता है।
भगवान बद्रीनाथ के दर्शनों को आने वाले समस्त श्रद्धालु यहां मंदिर में पूजा करने से पहले इसी तप्तकुंड के गर्म पानी में स्नान करते हैं। बताया जाता है कुंड में प्राकृतिक रूप से हर समय गर्म पानी आता है। मगर अब यहां कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते हुए पानी के मूल स्रोत को बंद कर दिया गया है, जिसकी वजह से यह कुंड अब सूखा हुआ है। कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए एहतियातन तप्तकुंड को खाली कर दिया गया है, अब पानी के मूल स्रोत को बंद कर पानी की निकासी कुंड के बाहर से सीधे अलकनंदा में कराई जा रही है।
बद्रीनाथ के तप्तकुंड का महत्व
वैसे तो उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है जिस कारण पूरा उत्तराखंड रहस्य व रोमांच से भरा हुआ है मगर बद्रीनाथ स्थित इस तप्तकुंड की बात करें तो इसका रहस्य थोड़ा अलग है। गर्म पानी का यह कुंड मंदिर की कुछ सीढ़ियां उतरने के बाद नीचे की ओर बना हुआ है। अधिक ठंड के कारण जून महीने में जहां एक तरफ़ यहां के अन्य नलकों का पानी जम जाता है, तो वहीं इस कुंड में उबलता हुआ गरम पानी निकलता है। यहां के पुजारियों की मानें तो भक्तों की सुविधा के लिए स्वयं भगवान ने यहां गर्म जल की व्यवस्था की है। ऐसा कहा जाता है कि इस पानी में गंधक की मात्रा अधिक होने के कारण इस पानी नें स्नान करने से चर्म रोगों से भी निजात मिलती है। यही कारण है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्री इस कुंड में एक बार स्नान ज़रूर करते हैं।