21वीं सदी का दूसरा सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण, 6 मिनट के लिए अंधेरे में डूब जाएगी धरती, जानें पूरा विवरण
punjabkesari.in Thursday, Nov 13, 2025 - 07:12 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Surya Grahan 2027: हिंदू पंचांग और ज्योतिष गणना के अनुसार, 2 अगस्त 2027 को एक अत्यंत दुर्लभ और प्रभावशाली पूर्ण सूर्य ग्रहण (Maha Surya Grahan) लगने जा रहा है। यह 21वीं सदी का दूसरा सबसे लंबा पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा, जिसमें सूर्य लगभग 6 मिनट 23 सेकंड तक पूरी तरह से चंद्रमा की छाया में ढक जाएगा। इस दौरान धरती के कई हिस्सों में दिन में ही गहरा अंधेरा छा जाएगा।

Solar Eclipse Date and Time सूर्य ग्रहण की तारीख और समय
यह महा सूर्य ग्रहण 2 अगस्त 2027 (सोमवार) को हरियाली अमावस्या और सावन सोमवार व्रत के दिन लग रहा है। यह एक खगोलीय और धार्मिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण दिन होगा। पूर्ण ग्रहण का समय: लगभग 6 मिनट 23 सेकंड तक पिछला सबसे लंबा ग्रहण: 22 जुलाई 2009 (6 मिनट 39 सेकंड) 2009 के बाद अब पुनः ऐसा अद्भुत दृश्य 2027 में देखने को मिलेगा, जो कई देशों के आसमान में दुर्लभ खगोलीय घटना के रूप में दर्ज होगा।
Where will this solar eclipse 2027 be visible कहां-कहां दिखेगा यह सूर्य ग्रहण 2027
2027 का यह पूर्ण सूर्य ग्रहण मुख्यतः निम्न देशों में पूर्ण रूप से दिखाई देगा:
स्पेन, मोरक्को, मिस्र, सूडान, सऊदी अरब, लीबिया, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया, यमन और सोमालिया। इनमें से मिस्र के लक्सर शहर में सबसे अधिक समय (6 मिनट 23 सेकंड) तक पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।

View of Solar Eclipse 2027 in India भारत में सूर्य ग्रहण 2027 का दृश्य
भारत में यह सूर्य ग्रहण आंशिक रूप से दिखाई देगा। यहां सूर्य का केवल 10% से 30% हिस्सा ही चंद्रमा की छाया में ढका रहेगा।
पूर्ण ग्रहण का अनुभव भारत में किसी भी क्षेत्र में नहीं होगा। फिर भी, यह ग्रहण खगोलीय दृष्टि से एक दुर्लभ और अध्ययन योग्य घटना मानी जाएगी।
Religious impact of solar eclipse धार्मिक दृष्टि से सूर्य ग्रहण का प्रभाव
हिंदू शास्त्रों में सूर्य ग्रहण को अशुभ काल माना गया है।

Solar Eclipse During 2027 सूर्य ग्रहण 2027 के दौरान
किसी भी शुभ कार्य, यात्रा या लेन-देन से बचना चाहिए। मंत्र जाप, ध्यान और जप-तप करना अत्यंत फलदायी माना गया है। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान और दान-पुण्य करने से दोषों का निवारण होता है। इस काल में भगवान विष्णु और सूर्यदेव के नाम का स्मरण करना विशेष पुण्यदायी बताया गया है।
2 अगस्त 2027 का सूर्य ग्रहण खगोल और धर्म दोनों दृष्टियों से ऐतिहासिक होगा। यह 21वीं सदी का दूसरा सबसे लंबा सूर्य ग्रहण है। जो कुछ देशों में दिन को रात में बदल देगा। भारत में आंशिक रूप से दिखने के बावजूद, इसका धार्मिक और ज्योतिषीय प्रभाव गहरा रहेगा। ग्रहण के समय संयम, श्रद्धा और शुद्ध आचरण ही सर्वश्रेष्ठ उपाय माने गए हैं।

