कार्तिकेय व गणेश के अलावा इनके भी पिता कहलाते हैं शिव शंभू

punjabkesari.in Friday, Dec 20, 2019 - 05:25 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जब भी महादेव के पूरे परिवार के बारे में बात होती है तो इसमें उनकी अर्धांगिनी देवी पार्वती के साथ-साथ उनके दो पुत्रों का भगवान कार्तिकेय तथा भगवान गणेश जी का नाम लिया जाता है। हिंदू धर्म में देवों के देव महादेव के अलावा उनके संपूर्ण परिवार की विधिवत पूजा की जाती है। जिसनें शिव परिवार के वाहन तक शामिल हैं। मगर क्या आप जानते हैं इनकी परिवार में इनके पुत्रों की अलावा इनकी 3 पुत्रियां भी हैं जिनके बारे में आज भी बहुत से लोग नहीं जानते होंगे। बल्कि कुछ को तो ये पता ही नहीं होगा कि इनकी पुत्रियां भी हैं और देश के विभिन्न हिस्सों में इनके मंदिर भी हैं जहां इनकी पूजा-अर्चना की जाती है। 1 मिनट कहीं आप भी तो उन लोगों में शामिल तो नहीं। अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं इनकी तीन बेटियों के बारे में-
PunjabKesari, Lord Shiva, भगवान शंकर, Bholenath

अशोक सुंदरी
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव की पहली पुत्री का नाम अशोक सुंदरी है, जिनका जन्म से जुड़ी जानकारी हिंदू धर्म के प्रमुखों शास्त्रों में से एक कहे जाने वाले ‘पद्म पुराण’ में विस्तृत रूप से बताई गई है। तो इसके अलावा अशोक सुंदरी का जिक्र गुजरात और कुछ पड़ोसी राज्यों में ‘व्रत कथाओं’ में भी आता है। इन कथाओं के अनुसार अशोक सुंदरी को देवी पार्वती की इच्छापूर्ति के लिए बनाया था, जिससे उनका अकेलापन को कम हो सके। इसीलिए उनका नाम अशोक रखा गया था क्योंकि उसने देवी पार्वती को शोक या दु:ख से मुक्ति दिलाई थी। जो आगे चलकर अशोक सुंदरी के नाम से जानी गई क्योंकि वे अपनी माता मां पार्वती के समान ही बेहद सुंदर थीं। शिवपुराण के अनुसार अशोक सुंदरी का विवाह राजा नहुष से हुआ था। कहा जाता है अपने विवाह की ये  बात उनको अपने बचपन से ही पता थी क्योंकि उन्हें पहले से ही अपने भविष्य की सारी जानकारी थी। अशोक सुंदरी की सौ पुत्रियां थी जो उन्हीं के समान सुंदर थी।
PunjabKesari, Ashok Sundari, अशोक सुदंरी
ज्योति
प्रकाश की देवी ज्योति भी हिंदू धार्मिक शास्त्रों के अनुसार महादेव  और पार्वती की बेटी मानी जाती हैं। पुराणों में इनके जन्म की दो अलग-अलग कथाएं पढ़ने को मिलती हैं। पहली के अनुसार ज्योति महादेव के प्रभामंडल से प्रकट हुई यानि निकली थीं जो भगवान शंकर की भौतिक अभिव्यक्ति मानी जाती हैं। तो वहीं दूसरी कथा के मुताबिक ज्योति  देवी पार्वती के माथे की चिंगारी से पैदा हुई थी। वह सामान्यतः अपने भाई कार्तिकेय से जुड़ी हुई थीं। बताया जाता है तमिलनाडु के कई मंदिरों में उनकी पूजा की जाती है। तो वहीं कुछ मान्यताओं के अनुसार भारत के कुछ हिस्सों में इन्हें देवी रेकी के रूप में भी पूजा जाता है जो वैदिक राक से संबंधित जुड़ा हुआ है। इसके अलावा उत्तर भारत में, इन्हें देवी जवालाईमुची के रूप में पूजा जाता है जाता है।

मनसा देवी
अब बारी आती है महादेव की तीसरी बेटी की, जिनके बारे में कहा जाता है कि इनका जन्म सांप के विष से इलाज करने के रूप में हुआ था। पौराणिका कथाओं के अनुसार जब भगवान शिव के वीर्य ने राक्षसी कदरू द्वारा बनाई गई मूर्ति को छुआ था तो मनसा देवी का जन्म हुआ था। आज के समय में इन्हें कई जगहों पर नागराज वासुकी की बहन के रूप में भी पूजा जाता है। बता दें इनका सबसे प्रसिद्ध मंदिर हरिद्वार में स्थित है। इनसे जुड़ी खास बात ये है कि मनसा देवी का संबध केवल भगवान शिव से ही बताया जाता है, कहा जाता है इनका माता पार्वती से कोई संबंध नहीं है।
PunjabKesari, वासुकी, मानसा, mansa, Vasuki


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Jyoti

Related News