सिंह लगन- Stock Market में करोड़पति बनाने वाले योग

punjabkesari.in Saturday, Aug 09, 2025 - 02:05 PM (IST)

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Stock Market Astrology: आज बात करेंगे सिंह लग्न के जातकों की। ऐसे जातकों की जो शेयर बाजार में एक्टिव हैं जो रोजाना ट्रेडिंग करते हैं, जो स्पेकुलेटिव ट्रेड करते हैं। निफ्टी फ्यूचर में काम करते हैं। एमसीएक्स पे काम करते हैं। यहां पर बात सिंह लग्न के जातकों की होगी। सिंह राशि के जातकों की नहीं होगी। क्योंकि जो कुंडली हम एनालाइज करते हैं मार्केट के लिहाज से वह लग्न से ही एनालाइज करेंगे। यदि हम इसको चंद्रमा चंद्र कुंडली से विश्लेषण करेंगे इसका तो थोड़ी सी कंफ्यूजन ज्यादा हो जाएगी। क्योंकि चंद्र कुंडली में आपकी कुंडली में चंद्रमा कहीं पर भी हो सकता है। चंद्र कुंडली से दूसरा भाव धन भाव को धन भाव होता है। लग्न कुंडली से दूसरा भाव भी धन भाव होता है। यदि हम चंद्र कुंडली का विश्लेषण करेंगे तो चीजें थोड़ी सी पलट जाएंगी। इसलिए इसको लग्न कुंडली के हिसाब से ही देखेंगे। सिंह लग्न की यदि आपकी कुंडली है तो आपके कौन से प्लेटरी कॉम्बिनेशन ऐसे हैं जहां पर आपको ट्रेड करने की इजाजत देते हैं या आपका कौन सा ऐसा प्लेटरी कॉम्बिनेशन है जहां पर ट्रेड बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इंट्राडे में नहीं फंसना चाहिए। सेबी का स्टडी कहता है कि 90% निवेशक जो होते हैं, वह फ्यूचर एंड ऑप्शन में पैसा गवा के निकलते हैं। उसका रीज़न एक यही है कि कुंडली में ऐसे योग नहीं होते जो आपको शेयर मार्केट से फायदा दिला सकें। तो, यह जो सीरीज चल रही है, इसमें यही बताने की कोशिश कर रहे हैं आपको ताकि आप अपनी कुंडली खुद देख सकें और यह समझ सकें कि क्या आपको बाजार में ट्रेड करना चाहिए, इंट्राडे में आना चाहिए, फ्यूचर ऑप्शन में आना चाहिए या नहीं आना चाहिए। सिंह लग्न की कुंडली आपके सामने है। यहां पर देखिए सिंह लग्न की कुंडली में सबसे पहले हम बात करेंगे चंद्रमा की स्थिति की। यदि चंद्रमा की स्थिति आपकी कुंडली में ठीक है तो आप ग्रीड एंड फियर के शिकार नहीं होते बाजार में। होता क्या है? 

आप शेयर खरीदते हैं। ₹100 का शेयर खरीदा। 110 पे गया। आप में ग्रीड आया। आपको लगा कि यह 120 पे जाएगा। शेयर आता है 90 पे। आप वहीं पर फंस जाते हो। ₹100 में शेयर खरीदा। 90 पे आया। आप में फेयर आ जाता है कि यह और लुढ़क जाएगा। आप 90 पे बेचते हो शेयर दोबारा 120 पे पहुंचता है। तो यह तब होता है जब आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति कमजोर होती है। चंद्रमा मन का कारक होता है। आप डिसीजन नहीं ले पाते। तो यह स्थिति जरूर चेक करिए कि चंद्रमा आपकी कुंडली में कैसा है। यहां पर हम दो जो बड़े निवेशक हैं उनकी कुंडली का जो है वह एग्जांपल देंगे। एक वरण बफे जी की कुंडली और एक हमारे दिवंगत राकेश झुंझुनवाला जी की कुंडली। दिवंगत राकेश झुंझुनूवाला की कुंडली में सूर्य और चंद्रमा की जो डिस्टेंस है आपस का 130° है और वारेन बफे जी की कुंडली का जो कुंडली में सूर्य और चंद्रमा का डिस्टेंस जो है वो 99° है। इसका मतलब यह है कि दोनों की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति जो है वो ठीक थी। इनमें फियर नहीं था। इनमें हौसला था। इनमें करेज था पोजीशन को लंबे समय तक होल्ड करने का। तो कैसे पता लगेगा कि आपकी कुंडली में चंद्रमा ठीक है या खराब है? नंगी आंख से आप देख सकते हैं। यह सिंह लग्न की पत्रिका मान लीजिए चंद्रमा सिंह राशि में ही है। 12वें का लोड हो जाएगा। हालांकि हालांकि यहां पर 12वें के लोड का लग्न में आकर बैठना अच्छा नहीं होता। लेकिन फिर भी  आपका चंद्रमा है फोर्थ हाउस में। फोर्थ हाउस का वो कारक होता है। 

काल पुष्क की पत्रिका में फोर्थ हाउस का स्वामी हो जाता स्वामी हो जाता है। तो मान लीजिए आपका चंद्रमा है आठ राशि का। यदि आपका सूर्य लग्न में है तो आपका चंद्रमा ठीक है, मजबूत है क्योंकि यह 120° के आसपास या 100 डिग्री के आसपास के डिस्टेंस पे आ जाएगा। यदि आपका सूर्य दशम भाव में पड़ा हुआ है तो यहां पर भी आपकी आपका जो है वो ठीक हो जाएगा क्योंकि दशम भाव में यदि ये सूर्य पड़ा होगा तो वो दो राशि में आएगा। दो राशि का सूर्य और आठ का चंद्रमा ये स्थिति ठीक है। 11 राशि का सूर्य है और चंद्रमा फोर्थ में पड़ा है तो वह भी एक पोजीशन ठीक हो जाएगी। तो यहां पर यदि आपका सूर्य पंचम में है। हालांकि कालपुरुष की पत्रिका में पंचम का सूर्य अच्छा होता है लेकिन वो चंद्रमा को वीक कर देगा क्योंकि वो चंद्रमा से दूसरे आ जाएगा। सूर्य छठे में पड़ा हुआ है। अह पाप ग्रह का छठे जाना अच्छा होता है। लेकिन फिर भी वह सूर्य को वीक कर देगा क्योंकि वो उसका डिस्टेंस जो है वो 60-70° के आसपास ही रहेगा। सूर्य आपका तीसरे भाव में पड़ा हुआ है और चंद्रमा फोर्थ में है तब भी चंद्रमा आपका वीक हो जाएगा। मान लीजिए चंद्रमा आपका दूसरे भाव में ah सूर्य आपका दूसरे भाव में पड़ा है तो भी वो चंद्रमा को वीक कर देगा। ऐसी स्थिति में भी 60-70 डिग्री का डिस्टेंस ही रहेगा। तो चंद्रमा आपका वीक हो जाएगा। तो यदि यह स्थिति कुंडली में है सूर्य से चंद्रमा से सूर्य दूसरे तीसरे भाव में है तो चंद्रमा आपका वीक है। आप डिसीजन मेकिंग में थोड़े से परेशान हो सकते हैं। यह तो हो गई मन की बात क्योंकि मन का कारक चंद्रमा है। डिसीजन हम मन से ही लेते हैं। अब पैसा कहां से आएगा? 11वें भाव से पैसा आएगा आपको दूसरे भाव से और लकली यहां पर जो जो सिंह लग्न की पत्रिका बनती है उसके लिए आय स्थान जो 11वां भाव होता है उसके स्वामी भी बुध बन जाते हैं और जो धन स्थान होता है जो दूसरा भाव होता है उसके स्वामी भी बुध हो जाते हैं तो बुध की स्थिति बुध ट्रेड के भी कारक होते हैं बुध इंटेलिजेंस देते हैं बुध बुद्धि देते हैं बुध कैलकुलेटिव बना देते हैं तो यदि आपकी कुंडली में बुध की पोजीशन ठीक है तो निश्चित तौर पर वहां पर आपको जो है वह फायदा हो सकता है क्योंकि आय स्थान का स्वामी और धन स्थान का स्वामी। मान लीजिए सूर्य के साथ है और सूर्य के साथ ही रहता है। नॉर्मली सूर्य से एक घर आगे एक एक घर पीछे या सूर्य के साथ बुध की पोजीशन होती है।

सिंह लग्न की पत्रिका में बुध दूसरे भाव में बैठे हुए हैं। सूर्य के साथ ही बैठे हुए हैं। तो ये एक आइडियल कॉम्बिनेशन हो जाएगा। लग्नेश धन स्थान में चला गया। धन स्थान के स्वामी के साथ चला गया। यह एक आइडियल कॉम्बिनेशन हो जाएगा जहां पर आपको पैसा बन सकता है। आपको डेफिनेटली पैसा बन सकता है। लेकिन यदि आपकी कुंडली में सूर्य बुध आपका अष्टम में चला गया, बुध 12 में चला गया तो आपके लिए वो नुकसानदायक हो जाएगा। क्योंकि बुध 12 में जाना अच्छा नहीं होता। काल पुरुष की पत्रिका में बुध 12 में जाकर नीच का हो जाता है। तो यहां पर यह देखेंगे कि आपका बुध कैसा है। सबसे पहले तो यह देखेंगे। दूसरा आपकी कुंडली में गुरु की पोजीशन कैसी है? आय और धन भाव के स्वामी तो बुध हो गए। लेकिन गुरु आपकी कुंडली में किसी भी लग्न की कुंडली हो कारक होते हैं आय और धन के। पंचम भाव के कारक भी गुरु होते हैं। यदि गुरु आपका छठे भाव में है। गुरु आपका अष्टम में है। गुरु आपका 12 में है। गुरु राहु केतु एक्सिस में है। गुरु शनि के प्रभाव में है। मंगल के प्रभाव में है तो आपको नुकसान हो सकता है बाजार में। क्योंकि गुरु मार्केट को ड्राइव करने वाले ग्रह हैं। मरकरी और गुरु दोनों की पोजीशन दोनों की जो अह कॉम्बिनेशन है उससे मार्केट ड्राइव होता है। आपकी कुंडली में भी यह ग्रह अच्छे होने चाहिए। यदि यह ग्रह अच्छे नहीं है तो बाजार आपके लिए नहीं है। आपको परेशानी हो सकती है। जो लोग खासतौर पर स्पेकुलेटिव ट्रेड करते हैं उनके लिए 12वां भाव अच्छा होना बहुत जरूरी है। 12वां भाव अच्छा इसलिए होना जरूरी है क्योंकि 12वां भाव स्पेकुलेशन का भाव होता है। मान लीजिए सिंह लग्न की पत्रिका है। 12वां भाव के आपके शनि पड़े हुए हैं। पंचम में आपका मंगल आ गया तो पंचम का मंगल आठवीं दृष्टि से 12व भाव को देखेगा। शनि वहां पर ऑलरेडी विराजमान है। 

 राहु भी आपका फोर्थ हाउस आ गया। तो फोर्थ हाउस से राहु नौवीं दृष्टि से देखेगा। मंगल आठवीं दृष्टि से देखेगा और आपका शनि वहां पर ऑलरेडी पड़ा हुआ है। तो तीन पाप ग्रहों के प्रभाव में आपका 12वां आ गया। तो 12वें का पाप प्रभाव में आना अच्छा नहीं है। यहां पर स्पेकुलेटिव ट्रेड मत करिए। एक तो यह स्थिति हो गई। मान लीजिए शनि वहीं पर है। अब इसको रिवर्स करते हैं। छठा भाव कर्ज का भाव होता है। शनि जब 12 चला जाता है तो कर्ज दे देता है। कुछ लोग जो है वो पैसा उधार लेकर मार्केट में काम करते हैं। 10 का 10 की आप आपके पास वो है कैश है और 100 का आप ट्रेड कर रहे हैं। पता लगे जो जो ट्रेड लिया था 100 का वो 15% गिरा आपको ज्यादा मार्जिन अपनी तरफ से देना पड़ेगा। ऐसी स्थिति तब होती है जब आपका छठा पीड़ित हो जाता है। शनि आपका 12 पड़ा सीधी दृष्टि से छठे को देख रहा है। केतु दशम में पड़ा छठे को देख रहा है। छठा भी दो पाप ग्रहों के प्रभाव से पीड़ित हो गया। तो ऐसी स्थिति में स्पेकुलेटिव ट्रेड मत करिए। यह आपके लिए नहीं है। मंगल पंचम का होगा तो 11 को भी पीड़ित कर जाएगा। क्योंकि सीधी दृष्टि मंगल की 11वें भाव के ऊपर आएगी। तो यहां पर आय भाव भी पीड़ित हो जाएगा। तो यदि आपका चंद्रमा वीक है, आपका 12वां वीक है, आपका पंचम वीक है, आपका छठा वीक है तो बाजार में स्पेकुलेटिव ट्रेड मत करिए। चाहे वो एमसीएक्स में करते हैं, चाहे वो स्प फ्यूचर इंडेक्स में करते हैं, चाहे आप निफ्टी फ्यूचर में करते हैं, कहीं पर भी कर रहे हैं। स्पेकुलेटिव ट्रेड मत करिए। इन्वेस्टमेंट जिसने करनी है उसके लिए भी गुरु की पोजीशन अच्छी होना जरूरी है। मान लीजिए 12वां खराब है। हो सकता है 12वां खराब हो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन यदि गुरु आपका अच्छा है तो गुरु अच्छा गुरु आपको अच्छी स्थिति में जो है वो ले आता है। मान लीजिए आपका गुरु पंचम में पड़ा हुआ है। पंचम आपका 11 को देख रहा है। 12वा खराब है। कोई दिक्कत नहीं है। पंचम का गुरु 11व भाव को देखेगा ना क्योंकि यहां पर सिंह लग्न में यदि गुरु पंचम में आएगा तो अपनी राशि का आ जाएगा तो वह आपके लिए अच्छा हो जाएगा। 

 गुरु आपका भाग्य स्थान में पड़ा हुआ है तो वहां पर भी गुरु अच्छा हो जाएगा क्योंकि सिंह राशि की यदि हम पत्रिका बनाएंगे तो यहां पर गुरु मंगल की राशि में आ जाएगा पंचम को एक्टिवेट कर देगा वो ईजी गिन का भाव होता है एक दृष्टि लग्न के ऊपर जाएगी एक दृष्टि पंचम के ऊपर जाएगी ये स्थिति एक अच्छी हो जाएगी। यहां पर भी नहीं पड़ा केंद्र में पड़ा हुआ है सिंह राशि में सप्तम भाव में गुरु पड़ा है तो भी 11 को एक्टिव करेगा तो वह भी अच्छा हो जाएगा दशम में पड़ा है तो आपके धन भाव को एक्टिव कर देगा वह भी अच्छा हो जाएगा तो इन्वेस्टमेंट के लिहाज से आपका गुरु और बुध होना अच्छा होना जरूरी अह किसी भी कुंडली में सिंह लग्न की कुंडली में खासतौर पर क्योंकि बुध धन का कारक हो जाएगा यहां पर धन भाव का स्वामी हो जाएगा यहां पर आय भाव भाव का स्वामी हो जाएगा लेकिन यदि आपकी कुंडली में 12वा खराब है चंद्रमा खराब है पंचम खराब है तो स्पेकुलेटिव ट्रेड मत करिए अब सिंह लग्न की पत्रिका में पैसा बहुत ज्यादा पैसा कैसे आएगा।

शुक्र भी इन्वॉल्व हो जाता है दशम में गुरु शुक्र इकट्ठे हो जाते हैं क्योंकि सिंह लग्न की पत्रिका में जो शुक्र है वह दवें का स्वामी हो जाएगा और गुरु और शुक्र यदि दशम में इकट्ठे हो गए तो निश्चित तौर पर वह पैसा आपको बाजार से दिला देंगे क्योंकि गुरु की दृष्टि धन भाव के ऊपर जाएगी और गुरु धन भाव के धन के कारक ग्रह शुक्र क्योंकि तीन ग्रह होते हैं धन के एक चंद्रमा होता है जो लिक्विड मनी होता है जो फ्लो मनी का फ्लो चलता है हमारा रूटीन का वो चंद्रमा से देखते हैं जो धन होता है जो संचित कर लेते हैं वो गुरु से आता है जो मेंस मनी आ जाता है जो अपार धन आ जाता है वो शुक्र से आता है अब शुक्र और गुरु दोनों इकट्ठे हैं केंद्र में पड़े हुए हैं अच्छी स्थिति में आ गए तो निश्चित तौर पर एक त्रिकोण का स्वामी हो गया पंचम का स्वामी हो गया ना पंचम का स्वामी गुरु होके सीधा दशम में आ गया। केंद्र के भाव में बैठ गया।

केंद्र के स्वामी के साथ बैठ गया। तो एक तो यह केंद्र त्रिकोण राजयोग बना देगा। दूसरा आपके लिए थोड़ा सा आपको धन धन भाव के ऊपर गुरु की दृष्टि आ जाएगी। तो ऐसी स्थिति में निवेश करेंगे तो आपको निश्चित तौर पर फायदा हो जाएगा। लेकिन स्पेकुलेशन मत करिए। स्पेकुलेशन करना अच्छा नहीं है बाजार में। तो यहां पर यह एक कोशिश की है हमने सिंह लग्न के जातकों को यह बताने की कि यदि आपकी कुंडली में यह कॉम्बिनेशन है तो आपको बाजार में आना चाहिए। यदि जो पहले कॉम्बिनेशन हैं, तो बाजार में मत आइए। यह बता आपके लिए नहीं है। आप नुकसान करके निकलेंगे। 

नरेश कुमार
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Content Editor

Sarita Thapa

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