6 महीने से बंद पड़ा था श्री हरि का ये मंदिर, 9 सालों तक न्याय का किया था इंतज़ार
punjabkesari.in Thursday, Aug 27, 2020 - 01:12 PM (IST)

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कोरोना महामारी के चलते अभी भी बहुत प्राचीन धार्मिक स्थल बंद है। ऐसा करने की पीछे मुख्य उदेश्य एक ही है, ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसके बढ़ते संक्रमण से बचाना है। मगर अब धीरे धीरे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के साथ-साथ मंदिरों को खोला जा रहा है। इसी बीच लॉकडाउन के दौरान बंद किए विश्व प्रसिद्ध श्री श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के कपाट खोल दिए गए हैं। खबरों के अनुसार मार्च से बंद मंदिर के कपाट बीते दिन यानि 26 अगस्त, बुधवार को भक्तों के लिए खोलें गए हैं। जिस दौरान बताया गया है कि मंदिर में भक्त भगवन पद्मनाभस्वामी के दर्शन सुबह 8 बजे से लेकर 11 बजे तक कर सकेगी। इसके अलावा शाम को 5 बजे होने वाले दीप आराधना तक मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति होगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें श्री पद्मनाभस्वामी स्वामी मंदिर भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित है। देश भर के प्रमुख वैष्णव मंदिरों में शामिल यह ऐतिहासिक मंदिर तिरुवनंतपुरम के अनेक पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है।
समय-समय पर मंदिर की संरचना में सुधार कार्य किए गए जाते रहे हैं। उदाहरणार्थ 1733 ई. में मंदिर का पुनर्निमार्ण त्रावणकोर के महाराजा मार्तंड वर्मा के द्वारा करवाया था। मंदिर से जुड़ी कथाओं के अनुसार यहां भगवान विष्णु की प्रतिमा प्राप्त हुई थी जिसके बाद उसी स्थान पर इस मंदिर का निमार्ण किया गया है।
आगे बताते चलें कि वित्तीय गड़बड़ी को लेकर श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर में प्रबंधन और प्रशासन के बीच का विवाद करीबन नौ सालों तक न्यायालय में चला है। इस दौरान केरल उच्च न्यायालय के फैसले को त्रावणकोर के पूर्व शाही परिवार ने उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी थी जिसके बाद जुलाई में शीर्ष न्यायालय ने मंदिर प्रबंधन में त्रावणकोर के पूर्व राजपरिवार के अधिकार को मान्यता दे दी।