Som Pradosh Vrat: इस कथा को पढ़ने या सुनने से जीवन के सारे कष्ट होते हैं दूर
punjabkesari.in Monday, Apr 17, 2023 - 07:33 AM (IST)

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Som Pradosh Vrat 2023: भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए आज का दिन बेहद ही खास और शुभ माना गया है। कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। आज सोमवार भी है इसलिए इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाएगा। संध्या काल के समय शिव जी की आराधना हर परेशानी को दूर कर देती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार प्रदोष व्रत की कथा उतनी ही जरुरी है, जितनी आज के दिन की गई पूजा। तो आइए जानते हैं कौन सी कथा पढ़ने या सुनने से पूजा सफल मानी जाती है।
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Som Pradosh Vrat katha: एक नगर में एक ब्राह्मणी रहती थी और उसके पति का देहांत हो गया था। ज्यादा गरीबी होने के कारण वो सुबह से शाम तक भीख मांग कर अपने और बेटे का पालन-पोषण करती थी। एक दिन वापिस आते समय एक बालक उसे घायल अवस्था में पड़ा मिला। वो उसे अपने घर ले आई। लड़का विदर्भ का राजकुमार था। शत्रु सैनिकों ने उसके राज्य पर हमला करके उसके पिता को बंधी बना लिया था, इस वजह से वो मारा-मारा फिर रहा था।
वो राजकुमार ब्राह्मणी के साथ उसके घर पर रहने लगा। एक दिन अंशुमति नामक एक गंधर्व कन्या राजकुमार को देखकर मोहित हो गई। उसके बाद वह अपने माता-पिता को राजकुमार से मिलाने ले आई। उसी रात स्वप्न में आकर भगवान शंकर ने उसके माता-पिता को अपनी पुत्री और राजकुमार के विवाह का आदेश दिया, उन्होंने ऐसा ही किया।
जिस विधवा ब्राह्मणी के घर राजकुमार रहता था वो प्रदोष व्रत किया करती थी। उनके प्रदोष व्रत के प्रभाव से राजकुमार ने गंधर्वराज की सेना की सहायता से विदर्भ से शत्रुओं को भगाया और अपने पिता को फिर से राज्य वापिस कर दिया। उस राजकुमार ने ब्राह्मणी के पुत्र को अपना मंत्री बना लिया। उसी व्रत की कृपा से ब्राह्मणी के बुरे दिन सुधर गए और वो अपने पुत्र के साथ खुशी-खुशी जीवन व्यतीत करने लगी।
जिस प्रकार ब्राह्मणी के व्रत के कारण उसके बुरे दिन सुधर गए। उसी तरह व्रत करके इस कथा को पढ़ने या सुनने से व्यक्ति के जीवन से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।