Shri Karneshwar Mahadev mandir: श्री कर्णेश्वर महादेव मंदिर में होते हैं रामसेतु शिला के दर्शन, आप भी लें भक्ति की रसधारा का आनंद
punjabkesari.in Sunday, Nov 17, 2024 - 10:04 AM (IST)
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Shri Karneshwar Mahadev Temple Karnal: हरियाणा में जहां अनेक प्राचीन मंदिर हैं, जो शिल्प व आध्यात्मिक दृष्टि से काफी सम्पन्न व प्रसिद्ध हैं, वहीं अनेक मंदिर ऐसे भी हैं जो आधुनिक काल में ही बने हैं लेकिन शिल्प व बनावट की दृष्टि से काफी उन्नत हैं। भविष्य में ये आधुनिक मंदिर नि:संदेह हमारी वास्तुकला धरोहर सिद्ध होने वाले हैं। अंबाला-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले 2 दशकों में अनेक मंदिरों का निर्माण हुआ है। इनमें कई शनि मंदिर भी शामिल हैं। ऐसा ही एक विशाल एवं भव्य मंदिर है राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या एक पर सैक्टर 7, करनाल में स्थित श्री कर्णेश्वर महादेव मंदिर। 90 के दशक में बना कर्णेश्वर महादेव मंदिर लगभग 2 एकड़ के विशाल क्षेत्र में स्थापित है। सफेद संगमरमर से बने इस छ: खंडीय मंदिर के प्रधान कक्ष में स्थापित हैं श्री कर्णेश्वर महादेव।
मंदिर का नाम कर्णेश्वर पड़ने के पीछे कारण यह है कि करनाल दानवीर राजा व ज्येष्ठ कुंती पुत्र कर्ण के नाम से जाना जाता है। दानवीर कर्ण का महाभारत युद्ध के दौरान करनाल में प्रवास रहा था। कर्णेश्वर महादेव एक विशाल कक्ष में स्थापित पंचमुखी विशाल शिवलिंग है। चारों दिशाओं में चार मुख हैं तथा एक मुख ऊपर की तरफ है। कर्णेश्वर महादेव एक विशाल शिवलिंग है। प्रात: सायं जहां कर्णेश्वर महादेव जी की आरती होती है, वहीं नित्य अलग-अलग सामग्रियों से महादेव का अभिषेक करते हैं। दूर्वा, दूध, मखानों, गेंदे के फूल, देसी घी, गन्ने के रस, जल, सरसों के तेल, शक्कर मिश्रित दूध व शहद से महादेव का अभिषेक होता है। साथ ही रोज बदल-बदल कर पुष्पों, सूखे मेवों व फलों से सायंकाल में कर्णेश्वर महादेव का शृंगार किया जाता है।
सभी मुख्य मंदिर भू-तल से लगभग दोनों मंजिल ऊपर बने हैं जहां तक दो ओर से संगमरमर पत्थर की चौड़ी-चौड़ी 28 सीढ़िया बनाई गई हैं। कर्णेश्वर महादेव की दाईं ओर अन्य देवी-देवताओं के पृथक-पृथक कक्ष स्थापित किए गए हैं। दाईं ओर के कक्षों में श्री राम दरबार, श्री राधा-कृष्ण व मां दुर्गा की सुंदर प्रतिमाएं स्थापित हैं, वहीं बाईं ओर के कक्षों में श्री हनुमान, श्री गणपति जी की प्रतिमाएं हैं।
मंदिर के ऊपरी प्रांगण में ही एक काष्ठ व शीशे के आवरण में पानी में रखी है रामसेतु शिला। यह पवित्र शिला उस स्थान से लाई गई है, जहां राम सेतु बना था।
मूर्तियों के संरक्षण हेतु ग्रिलें भी लगाई गई हैं। कर्णेश्वर महादेव शिवलिंग वाले कक्ष में शिव परिवार की सुंदर व विशाल प्रतिमाएं स्थापित हैं। पत्थर की कलात्मक जालियां जहां मंदिर की सुंदरता में चार चांद लगाती हैं, वहीं श्रद्धालुओं के बैठने के लिए बनाई गई संगमरमर की बैंचनुमा कलात्मक कुर्सियां भी बहुत सुंदर हैं।