शनि महाराज से डरें नहीं, कुछ छोटी किन्तु खास बातों पर दें ध्यान

punjabkesari.in Saturday, Nov 21, 2020 - 06:56 AM (IST)

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Effects And Remedies To Reduce The Bad Impact Of Shani Dev: ज्योतिषशास्त्र में कुछ ऐसे उपाय बताएं गए हैं, जिन्हें करने से शनि प्रसन्न होते हैं और जातक का कल्याण भी करते हैं। अत: जीवन में इन छोटे-छोटे मगर पूर्ण प्रभावी उपायों को तथा विभिन्न उपयोगी टोटकों को उपयोग में लाएं न कि शनि महाराज से डरकर बैठ जाएं।  

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What are the bad effects of Shani Dosha- शनि का कुप्रभाव कम करें
यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में किसी भी राशि का शनि दशम (कर्म) भाव में बैठकर अशुभ फल देने लगे तो ऐसे जातक को मांस-शराब का त्याग करना चाहिए और 48 वर्ष की आयु से पहले अपना मकान नहीं बनाना चाहिए। केले तथा चने की दाल मंदिर में देनी चाहिए। हरि, विष्णु एवं शिव की एक साथ ही पूजा करनी चाहिए और पीपल, ब्राह्मण, संन्यासी तथा कुलगुरु की सेवा करनी चाहिए।

Shani Maha Dasha: Effects and Remedies To Reduce The Impact- यदि किसी जातक की जन्मकुंडली में किसी भी राशि का शनि सप्तम भाव में बैठकर अशुभ फल देने लगे जब जातक शहद से भरा हुआ मिट्टी का बर्तन या बांस में चीनी (शक्कर) भरकर किसी निर्जन स्थान में गाड़ दें तो शनि का अशुभ फल कम हो जाता है।

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The Effects Of Saturn & Remedies: यदि किसी जातक की जन्मकुंडली में किसी भी राशि का शनि तीसरे भाव में बैठकर अशुभ फल देने लगे, तब जातक मांस, मदिरा का सेवन न करें और घर के सिरे पर अंधेरा कमरा रखें। जातक के घर का मुख्य द्वार पूर्व दिशा में हो तथा जातक गणेश उपासना करें। तिल, नींबू, केले दान करें, काला तिल पानी में विसर्जित करें। नौ वर्ष से कम आयु की कन्याओं को खट्टा भोजन दें।

Effects of Shani: यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में किसी भी राशि का शनि लग्न में बैठकर अशुभ फल देने लगे, तब जातक बंदरों की सेवा करें तथा चीनी मिला हुआ दूध बड़ के पेड़ की जड़ में डालें, फिर उस गीली मिट्टी से तिलक करें।

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Effects Of Shani In Life: यदि किसी जातक की जन्मकुंडली में किसी भी राशि का शनि भाग्य भाव (नवम भाव) में बैठकर अशुभ फल देता हो तो जातक को घर के सिरे के कमरे में अंधेरा रखना चाहिए। पीपल के पेड़ में पानी डालना चाहिए और गुरुवार को व्रत रखना चाहिए। चांदी के टुकड़े में हल्दी का तिलक लगाकर अपने पास रखें। ब्राह्मण, साधु एवं कुलगुरु की सेवा करें। पीले धागे में हल्दी का टुकड़ा लपेटकर अपनी भुजा में बांधें।

Saturn and its Effects on Humans: यदि किसी जातक की जन्मकुंडली में किसी भी राशि का शनि अशुभ फल पंचम भाव में बैठकर दे रहा हो तब जातक अपने पास स्वर्ण एवं केसर रखें तथा मंदिर में कुछ अखरोट ले जाएं उनमें से आधे वापस लाकर सफेद कपड़े में लपेटकर घर में रखें। नाक व मुख को सदैव साफ रखें। बहनों की सेवा करें, स्टील का छल्ला पहनें, साबुत हरी मूंग की दाल मंदिर में दान करें और दुर्गा माता की पूजा करें।

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Shani Dosha and Its Remedies: यदि किसी जातक की जन्मकुंडली में किसी भी राशि का शनि द्वादश भाव में बैठकर अशुभ फल देने लगे, तो जातक झूठ न बोलें। मांस, शराब व अंडे का सेवन न करें तथा घर की अंतिम (बाहरी) दीवार में खिड़की या दरवाजा न रखें।

Bad effect of Shani : यदि किसी जातक की जन्मकुंडली में किसी भी राशि का शनि षष्ठम भाव में बैठकर अशुभ फल देने लगे तब जातक पुरानी वस्तुएं खरीदें, किंतु चमड़े तथा लोहे की बनी हुई कोई वस्तु न खरीदें।

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shani janam kundali: किसी जातक की जन्मकुंडली में किसी भी राशि का शनि एकादश (लाभ) भाव में बैठकर अशुभ फल देने लगे तो जातक अपने घर में चांदी की ईंट रखें। मांस-शराब का सेवन न करें। ऐसे घर में रहें जिसका मुख्य द्वार दक्षिण में न हो।

Janam kundli effects and remedies for life: यदि किसी जातक की जन्मकुंडली में किसी भी राशि का शनि द्वितीय भाव में अशुभ फल देने लगे तब जातक अपने माथे (ललाट) पर दूध या दही का तिलक लगाएं तथा स्लेटी रंग की भैंस पालकर उसकी सेवा करें तथा सांपों को दूध पिलाएं।

 


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Niyati Bhandari

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