इस तिथि को पड़ रही है वैशाख माह की अमावस्या तिथि, जानें स्नान-दान का शुभ मुहूर्त
punjabkesari.in Friday, Apr 29, 2022 - 02:04 PM (IST)

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आप में से लगभग लोग जानते होंगे कि हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को बेहद खास माना गया है। बता दें वैशाख माह में अमावस्या तिथि इस बार 30 अप्रैल, दिन शनिवार को पड़ रही है। बता दें शनिवार पड़ने के कारण इसे शनि अमावस्या व शनिश्चरी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना करने से शनि देव अति प्रसन्न होते हैं। साथ ही शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है। तो आईए जानते हैं शनि अमावस्या के अवसर पर इसका शुभ मुहूर्त, स्नान दान के शुभ मुहूर्त, पूजन विधि तथा इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
शनि अमावस्या शुभ मुहूर्त-
अमावस्या तिथि का आरंभ 30 अप्रैल को प्रातः 12 बजकर 57 मिनट पर होगा और इसका समापन 01 मई को 01 बजकर 57 पर होगा। तो ऐसे में शनि अमावस्या 30 अप्रैल, दिन शनिवार को है।
अमावस्या पर स्नान-दान का शुभ मुहूर्त-
बता दें कि शनि अमावस्या के दिन 30 अप्रैल को प्रात: काल से ही प्रीति योग है, जो दोपहर 03 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। उसके बाद से आयुष्मान योग शुरू हो जाएगा। तो वही अश्विनी नक्षत्र भी रात 08 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। ये योग और नक्षत्र मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माने जाते हैं, इसलिए आप शनि अमावस्या के दिन सुबह से स्नान और दान कर सकते हैं।
शनिदेव की पूजन विधि-
इस दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नानादि के बाद लकड़ी की चौकी लगाएं और इस पर काले रंग का कपड़ा बिछाएं। इसके बाद चौकी पर शनि देव की प्रतिमा, यंत्र और सुपारी स्थापित करके सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
शनि देव पर अबीर, गुलाल, सिंदूर, कुमकुम, काजल लगाकर उन्हें नील रंग के फूल अर्पित करें।
इस दिन सरसों के तेल में बनी हुई चीजों का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
फिर इसके बाद शनि मंत्र का जाप करें और शनि चालीसा व शनि स्तोत्र का पाठ जरूर करें।
फिर शनि देव की आरती करें।
उसके बाद शनि अमावस्या के दिन काले तिल, काली उड़द, काला कपड़ा, लोहे की कोई चीज और सरसों का तेल आदि सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंद या गरीबों को दान करें।
आगे आपको बताते हैं शनि अमावस्या पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
इस दिन काले तिल, काली उड़द, काले रंग के जूते-चप्पल और काली उड़द की दाल खरीद कर न लाएं। नहीं तो शनि दोष का प्रभाव कम होने के बजाए बढ़ने लगेगा।
शनि मंदिर में शनिदेव के दर्शन के वक्त उन्हें खुली आंखों से न देखें। मान्यता है कि इनकी नंगी आंखों से देखने पर अशुभ होने का खतरा रहता है।
इस दिन घर में लोहे की वस्तु खरीद कर लाना अशुभ माना गया है। मान्यता है कि इससे आर्थिक परेशानी बढ़ती है। साथ ही सेहत पर भी बुरा असर होता है।