शनि अमावस्या: भूलकर भी नहीं करने चाहिए ये काम, जीवन में आती कंगाली
punjabkesari.in Saturday, Aug 27, 2022 - 02:42 PM (IST)
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आज 27 अगस्त, 2022 शनिवार को भाद्रपद माह की अमावस्या है मनाई जा रही है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या को शनिश्चरी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। यूं तो ये अमावस्या अपने आप में बेहद खास होती है परंतु जब ग्रहों के कुछ योग बनते हैं तो ऐसे दिन और भी खास हो जाते हैं। बात करें भाद्रपद मास की इस अमावस्या तिथि की तो ज्योतिष विशेषज्ञों का मानना है कि भाद्रपद मास की अमावस्या पर लगभग 14 साल बाद खास संयोग बन रहा है। सबसे खास बात तो ये है कि इस दिन शनि अपनी स्वराशि मकर में ही रहेंगे। जिसके परिणाम स्वरूप शनि देव के प्रकोप बचने के लिए ये संयोग बेहद खास माना जा रहा है, लेकिन शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसे काम है जिसे शनि अमावस्या पर करना वर्जित माना गया है। मान्यता है कि अगर आप अमावस्या के दिन ये काम करते हैं तो आपको जीवन में तमाम कष्टों का सामना करना पड़ता है। तो आइए जानते हैं शनि अमावस्या पर ऐसे कौन से काम है जिसे भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
अमावस्या के दिन तेल से मालिश नहीं करनी चाहिए। अगर आप इस दिन तेल से मालिश करते हैं तो आपको जीवन में कई कष्टों का सामना करना पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अमावस्या के दिन सुबह देर तक नहीं सोना चाहिए। इस दिन सुबह जल्दी उठे और काल तिल मिलाकर स्नान करें। इतना ही नहीं इस दिन दोपहर और सूर्यास्त के समय भी सोना नहीं चाहिए।
शनि अमावस्या के दिन बाल, दाढ़ी या नाखून नहीं काटने चाहिए। अगर आप इस दिन बाल, दाढ़ी या नाखून काटते हैं तो इससे आपके कुंडली में दोष लगता है।
इसके अलावा शास्त्रों की मानें तो अमावस्या के दिन किसी भी भूखे या जरूरतमंद व्यक्ति को अपने दरवाजे से खाली हाथ न जाने दें। उसे भोजन करवाएं या फिर दान-दक्षिणा देकर विदा करें।
शनि अमावस्या के दिन किसी भी कुत्ते, गाय, हाथी या अन्य जीव जन्तु को हानि न पहुंचाएं। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको शनिदेव की नाराजगी का सामना करना पड़ता है। और जीवन में दुख ही दुख भोगने पड़ते हैं।
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इसी के चलते आपको बता दें कि अमावस्या की रात किसी भी तरह के सुनसान जगह यानि कि शमशान घाट जाने से बचना चाहिए। क्योंकि अमावस्या की रात नकारात्मक शक्तियों ज्यादा सक्रिय होती है। जिससे आपके ऊपर नकारात्मक शक्तियों का साया पड़ सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि अमावस्या के दिन किसी भी तरह का वाद-विवाद करने से बचना चाहिए। घर में अशांति का वातावरण हमेशा नकारात्मक शक्ति को जन्म देता है और घर में वाद-विवाद होने से पितरों की कृपा नहीं मिलती है, तो ऐसे में इस दिन किसी से वाद-विवाद न करें और इसी के साथ इस दिन अपने माता-पिता और गुरुजनों का अपमान भी न करें।
वहीं शास्त्रों के मुताबिक शनि अमावस्या के दिन भूलकर भी लोहे का सामान, जूते या शनि से संबंधित सामान खरीद कर घर न लेकर आएं।
शनि अमावस्या के दिन किसी मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन धूम्रपान, मदिरापान या नॉनवेज खाने से बचना चाहिए। तामसिक भोजन करने की चाह रखने वालों पर शनिदेव कभी प्रसन्न नहीं होते।
आखिर में आपको बता दें कि शनि अमावस्या के दिन मंदिर में जाकर शनिदेव की पूजा करें तो लौटते समय शनिदेव को पीठ मत दिखाएं। पीठ दिखाने वालों पर शनिदेव क्रोधित हो जाते हैं और व्यक्ति को जीवन में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।