श्रावण गुरूवार: इन मंत्रों का जाप दिलाएगा भोलेनाथ व श्रीहरि की अपार कृपा
punjabkesari.in Thursday, Aug 01, 2019 - 12:01 PM (IST)
ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
जैसे कि आप सब जानते हैं श्रावण का पावन माह चल रहा है। अब प्रचलित धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस महीने में शिव जी का पूजन श्रेष्ठ रहता है। जिसके चलते हर कोई बस इन्हें प्रसन्न करने में लगा रहता है। खासतौर पर सावन के सोमवार को तो इनकी खास पूजा आदि की जाती है। क्योंकि वैसे भी सोमवार शिव जी का दिन है। मगर आपको बता दें इसके अलावा यानि श्रावण के सोमवार के अलावा और भी ऐसे दिन हैं जिनकी अपनी अधिक महत्व है जैसे गुरुवार। चूंकि भगवान विष्णु भगवान शिव को अपना आराध्य मानते हैं और भगवान शिव श्री हरि विष्णु को। इसलिए कहा जाता है जो भक्त इस माह में इन दोनों की पूजा करनी अति फलदायी मानी जाती है। तो अगर आप इस सावन भगवान शंकर के साथ-साथ श्री हरि की भी कृपा पाना चाहते हैं तो आज यानि सावन के गुरुवार को अपनी राशि अनुसार इनके मंत्रों का जाप ज़रूर करें।
बता दें ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इन सभी मंत्रों को नवग्रहों की प्रतिकूलता दूर करने और अनुकूलता के लिए भी मंत्र श्रेष्ठ माना गया है।
यहां जानें अपनी राशि अनुसार विष्णु मंत्र-
मेष- ॐ ह्रीं श्रीं श्रीलक्ष्मीनारायणाय नम:।
वृष- ॐ गोपालाय उत्तरध्वजाय नम:।
मिथुन- ॐ क्लीं कृष्णान नम:।
कर्क- ॐ ह्रीं हिरण्यगर्भाय अव्यक्तरूपिणे नम:।
सिंह- ॐ क्लीं ब्राह्मणे जगदाधाराय नम:।
कन्या- ॐ पीं पिताम्बराय नम:।
तुला- ॐ तत्वनिरंजनाय तारक रामाय नम:।
वृश्चिक- ॐ नारायणाय सूरसिंहाय नम:।
धनु- ॐ श्रीं देवकृष्णाय उर्ध्वजाय नम:।
मकर- ॐ श्रीं वत्सलाय नम:।
कुंभ- ॐ श्रीं उपेन्द्राय अच्युताय नम:।
मीन- ॐ क्लीं उद्धृताय उद्धारिणे नम:।
मान्यता है जो श्रावण में भोलेनाथ के साथ-साथ श्री हरि की भी सच्चे मन से आराधना कर लेता है व साथ ही उपरोक्त मंत्रों का जाप कर ता है उसके कुंडली में चल रह ग्रहों की उल्टी दशा ठीक हो जाती है।