Sawan 2023: 2 महीने के सावन में रहेगी उत्सवों की बहार, जानें कब आएगा कौन सा त्यौहार
punjabkesari.in Sunday, Jun 18, 2023 - 11:17 AM (IST)

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Sawan Month 2023: भगवान शिव को सावन का महीना बहुत प्रिय है। श्रावण मास में ही हिमालय की पुत्री मां पार्वती ने महादेव को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा-उपासना की थी। ऐसी मान्यता है कि जो पूरा साल मंदिर न जाकर इस महीने में भगवान शिव की पूजा करता है, उसे बहुत से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और उसके समस्त पाप कट जाते हैं। इस बार सावन का माह पूरे 2 महीने का होगा क्योंकि 2023 में 12 की बजाय 13 महीने होंगे। हिंदू पंचांग के अनुसार हर तीसरे साल यानि हर 36 महीने और 16 दिन के बाद एक अतिरिक्त माह प्रकट होता है। जिसे अधिक मास, मलमास और पुरुषोत्तम माह कहा जाता है।
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Dates of Major Festivals प्रमुख त्योहारों की तिथियां:
अधिक मास और मलमास होने के कारण इस बार बाकी त्यौहारों में भी कुछ बदलाव देखने को मिलेगा। तो आइए जानते हैं त्योहारों की लिस्ट:
1 अगस्त पूर्णिमा व्रत- श्रावण पूर्णिमा 1 अगस्त, 2023 मंगलवार की सुबह 03:52 बजे से लेकर 2 अगस्त, 2023 की रात 12:01 बजे तक रहेगी। हर माह में एक बार पूर्णिमा आती है और इस दिन चन्द्रमा पूर्ण रूप से दिखाई देता है। चन्द्रमा के अनुसार ही इसकी तिथि बदलती है। पूर्णिमा के दिन भगवान सत्य नारायण के व्रत और कथा का खास महत्व होता है। पूर्णिमा पर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से खराब स्वास्थ्य और नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा मिलता है।
4 अगस्त संकष्टी चतुर्थी- पूर्णिमा के बाद कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकट हरने वाली कहते हैं। इसे संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। इस दिन गौरी पुत्र गणेश की पूजा की जाती है। सूर्योदय से लेकर चन्द्रमा उदय होने के समय तक उपवास रखा जाता है।
13 जुलाई कामिका एकादशी- कामिका एकादशी का पूजन करने से पितरों का भी आशीर्वाद मिलता है। मान्यता है कि जो जातक विधि-विधान के साथ यह व्रत करता है, उसके जीवन में आने वाली सभी बाधाएं दूर होती हैं।
17 जुलाई हरियाली अमावस्या- हरियाली अमावस्या पर खासतौर पर पौधे लगाए जाते हैं और इससे पितृ दोष की शांति होती है। हरियाली अमावस्या पर ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण किया जाता है। हरियाली अमावस्या का पर्व विशेष रूप से भगवान शिव के भक्तों के लिए काफी शुभ माना जाता है।
19 अगस्त हरियाली तीज- सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरियाली तीज का त्यौहार मनाया जाता है। इसे श्रावणी तीज, छोटी तीज या मधुश्रवा तीज भी कहा जाता है। हरियाली तीज में हरे रंग का बहुत महत्व है। मान्यताओं के अनुसार सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए यह व्रत रखती हैं।
21 अगस्त नाग पंचमी- श्रवण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है। 21 अगस्त 2023 रात 12:20 पर इसकी शुरुआत होगी और 22 अगस्त 2023 रात 2.00 पर इसका समापन होगा। काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए ये दिन बहुत ही खास होता है।
27 अगस्त श्रावण पुत्रदा एकादशी- श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन पुत्रदा एकादशी मनाई जाती है। संतान की कामना के लिए ये व्रत रखा जाता है। इस व्रत की कथा सुनने मात्र से वाजपेयी यज्ञ का फल प्राप्त होता है।
28 अगस्त प्रदोष व्रत- प्रत्येक महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत होता है। इसी तिथि की संध्या काल को प्रदोष काल कहा जाता है। पूरा दिन उपवास रखने के बाद शाम के समय भगवान शिव की पूजा की जाती है।
30 अगस्त श्रावण मास पूर्णिमा व्रत- रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ ही श्रावण पूर्णिमा का व्रत भी रखा जाता है। श्रावण मास में आने वाली पूर्णिमा श्रावण या श्रावणी पूर्णिमा कहलाती है।
31 अगस्त- सावन माह का समापन- आषाढ़ माह की पूर्णिमा के 1 महीने बाद रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है लेकिन इस वर्ष बहनों को भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए 2 महीने का और इंतजार करना पड़ेगा मतलब रक्षाबंधन 30 अगस्त को मनाया जाएगा।
Sawan 2023 Date: सावन सोमवार व्रत
सावन का पहला सोमवार: 10 जुलाई 2023
सावन का दूसरा सोमवार: 17 जुलाई 2023
सावन का तीसरा सोमवार: 24 जुलाई 2023
सावन का चौथा सोमवार: 31 जुलाई 2023
सावन का पांचवां सोमवार: 07 अगस्त 2023
सावन का छठा सोमवार: 14 अगस्त 2023
सावन का सातवां सोमवार: 21 अगस्त 2023