Sankashti Chaturthi 2019: इस मंत्र जाप से पाएं भगवान गणेश का आशीर्वाद

punjabkesari.in Sunday, Dec 15, 2019 - 09:44 AM (IST)

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हिंदू पंचांग के अनुसार चतुर्थी हर महीने में दो बार आती है जिसे लोग बहुत श्रद्धा से मनाते हैं। पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहते हैं, वहीं अमावस्या के बाद आने वाली चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं। संकष्टी चतुर्थी को भगवान गणेश की आराधना करने के लिए विशेष दिन माना गया है। अगहन पूर्णिमा के बाद आगामी 15 दिसंबर यानि कि आज संकष्टी चतुर्थी पड़ रही है। जिसे लोग बहुत अच्छे से मनाते हैं और गणेश जी की कृपा पाने के लिए व्रत भी करते हैं। 
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भगवान गणेश को अन्य सभी देवी-देवतों में प्रथम पूजनीय माना गया है। इन्हें बुद्धि, बल और विवेक का देवता का दर्जा प्राप्त है। कहते हैं इनकी पूजा करने से व्यक्ति के सारे दुख दूर हो जाते हैं और वहीं इनका व्रत करने वालों को दोगुना अधिक फल मिलता है लेकिन अगर आप किसी कारण व्रत नहीं कर पाते तो संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा को सुन या पढ़ लें तो भी इसका पुण्य आपके प्राप्त होगा। आज हम आपको इस खास दिन पर जपे जानें वाले गणेश जी के खास मंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसके जाप से आप भी उनकी कृपा को पा सकते हैं। 
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मंत्र 
गजाननं भूत गणादि सेवितं, कपित्थ जम्बू फल चारू भक्षणम्.उमासुतं शोक विनाशकारकम्, नमामि विघ्नेश्वर पाद पंकजम्।।
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हिंदू पंचांग के अनुसार चतुर्थी के दिन चन्द्र दर्शन को बहुत ही शुभ माना जाता है। चन्द्रोदय के बाद ही व्रत पूर्ण होता है। मान्यता यह है कि जो व्यक्ति इस दिन व्रत रखता है उसकी संतान संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं। अपयश और बदनामी के योग कट जाते हैं। हर तरह के कार्यों की बाधा दूर होती है। धन तथा कर्ज संबंधी समस्याओं का समाधान होता है।


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