दूसरों की निगेटिव एनर्जी से बचना चाहते हैं तो अपना लें ये आदत
punjabkesari.in Wednesday, Jun 19, 2024 - 09:52 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Remove Negative Thoughts: दूसरों की नकारात्मकता का खुद पर असर न होने दें। सबसे पहले खुले मन से सोचें कि कहीं सामनेवाला जो कह रहा है, वह सही तो नहीं ? अगर जवाब हां, मिलता है तो खुद में बदलाव की कोशिश करें, पर अगर लगातार जवाब न में मिलता है तो खुद को मजबूत करें और ठंडे मन से सामनेवाले से बात करें। उसे बताएं कि उसकी बातें आपको अच्छी नहीं लगीं। आप अपनी बात रखें लेकिन अगर वह पलट कर झगड़ा करे तो वहीं रुक जाएं। उनके स्तर तक न गिरें।
किसी ने बहुत ही अच्छी बात कही है। रिश्ते बचाने को झुकना पड़े तो झुक जाओ, पर हर बार आपको ही झुकना पड़े तो रुक जाओ... हो सकता है, आप रिश्ते को बचाने के लिए किसी के सामने झुकते हों लेकिन ऐसा लगातार करना पड़े तो उस रिश्ते का कोई फायदा नहीं। उसे खत्म करने में ही भलाई है।
जो सुनने और समझने को तैयार ही न हों, ऐसे लोगों से दूरी ही बेहतर है। अपने और सामनेवाले के बीच फासला बना लें। ऐसा शख्स जब वक्त बिताने के लिए कहे तो बता दें कि आपका कोई और प्रोग्राम है। सोशल मीडिया पर भी दूरी बना लें। उनका नंबर ब्लॉक कर दें तो बेहतर है।
अपने मन की बात उन्हें न बताएं, न ही अपने गोल उनके साथ साथ शेयर करें। अपने मन की बात किसके सामने रख रहे हैं, यह दिमाग में रखना बहुत जरूरी है। नकारात्मक लोगों के सामने अपने मन की बात रखने का कोई फायदा नहीं।
अगर कोई ऐसा है, जिससे रिश्ता खत्म करना मुमकिन नहीं है तो आप अपने मन की शांति के लिए उसे माफ कर दें, लेकिन उसी सचाई भूले नहीं, वरना वह आपको फिर तकलीफ देगा। माफ करने का मतलब भूलना नहीं होता। उसकी फितरत याद रखेंगे तो आप उसका सामना करने के लिए खुद को तैयार रखेंगे।
जितना भी मुमकिन हो, ऐसे लोगों की बातों को पर्सनली न लें। खुद को समझाएं कि सामनेवाले का मिजाज ही ऐसा है। वह सिर्फ आपको ही नहीं, बाकी लोगों के साथ भी ऐसा ही करता होगा/होगी। लेकिन यहां भी ऐसे लोगों की हद तय करना जरूरी है। इसके लिए आप उनके सामने झुके नहीं, बल्कि अगर एक बार कोई फैसला कर लिया या कोई बात कह दी तो उस पर अड़े रहें। इससे सामनेवाला आपको कमजोर समझ अपने फैसले या बातें आप पर थोपना धीरे-धीरे कम कर देगा।