ऐसे व्यक्ति अमीर होते हुए भी गरीब ही रहते हैं, कहीं आप भी तो नहीं हैं उनकी श्रेणी में
punjabkesari.in Thursday, Mar 02, 2023 - 09:07 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Religious Katha: एक महात्मा भ्रमण करते हुए नगर में से जा रहे थे। मार्ग में उन्हें एक रुपया मिला। महात्मा तो विरक्त और संतोषी व्यक्ति थे। वे भला उसका क्या करते ? अत: उन्होंने किसी दरिद्र को यह रुपया देने का विचार किया। कई दिन तक वे तलाश करते रहे, लेकिन उन्हें कोई दरिद्र नहीं मिला।
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एक दिन उन्होंने देखा कि एक राजा अपनी सेना सहित दूसरे राज्य पर चढ़ाई करने जा रहा है। साधु ने वह रुपया राजा के ऊपर फैंक दिया। इस पर राजा को नाराजगी भी हुई और आश्चर्य भी। क्योंकि, रुपया एक साधु ने फैंका था इसलिए उसने साधु से ऐसा करने का कारण पूछा।
साधु ने धैर्य के साथ कहा- ‘राजन ! मैंने एक रुपया पाया, उसे किसी दरिद्र को देने का निश्चय किया। लेकिन मुझे तुम्हारे बराबर कोई दरिद्र व्यक्ति नहीं मिला, क्योंकि जो इतने बड़े राज्य का स्वामी होकर भी दूसरे राज्य पर चढ़ाई करने जा रहा हो और इसके लिए युद्ध में रक्तपात करने को तैयार हो, उससे ज्यादा दरिद्र कौन होगा ?’
राजा का क्रोध शांत हुआ और अपनी भूल पर पश्चाताप करते हुए उसने वापस अपने देश को प्रस्थान किया। हमें सदैव संतोषी वृत्ति रखनी चाहिए। संतोषी व्यक्ति को अपने पास जो साधन होते हैं, वे ही पर्याप्त लगते हैं। उसे और अधिक की भूख नहीं सताती।
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