Ramcharitmanas: श्रीरामचरित मानस की इन चौपाइयों में छिपा है जीवन की परेशानियों का समाधान, रोजाना करें इनका पाठ

punjabkesari.in Friday, Jan 19, 2024 - 09:18 AM (IST)

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Ramcharitmanas: जीवन में कभी न कभी ऐसा समय आता है जब व्यक्ति बहुत परेशानियों से घिर जाता है। ऐसे समय व्यक्ति अपने भगवान और आराध्य को याद करता है। वहीं दूसरी तरफ जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए हर व्यक्ति बहुत मेहनत करता है लेकिन फिर भी असफल हो जाता है। अगर आप भी ऐसी ही परेशानी से घिरे हुए हैं तो आप राम चरित मानस की चौपाइयों का सहारा ले सकते हैं। कहते हैं रामचरितमानस का पाठ करने से जाने-अनजाने में हुए पापों से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति का जीवन सुख-समृद्धि और खुशियों से भर जाता है। मान्यताओं के अनुसार इन चौपाइयों का पाठ करने से घर से गरीबी कोसों दूर हो जाती है। तो चलिए जानते हैं भगवान की कृपा अपने ऊपर प्राप्त करने के लिए रोजाना कौन सी चौपाइयों का पाठ करना चाहिए। 

हरि अनंत हरि कथा अनंता । 
कहहिं सुनहिं बहुबिधि सब संता ॥
रामचंद्र के चरित सुहाए ।
कलप कोटि लगि जाहिं न गाए ॥ 

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इस चौपाई के अनुसार तुलसीदास की कहते हैं कि भगवान श्री राम जी के सुंदरता का वर्णन शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। उनका न तो कोई आदि है और न ही अंत है। 

जा पर कृपा राम की होई । 
ता पर कृपा करहिं सब कोई ॥
जिनके कपट, दम्भ नहिं माया ।
तिनके हृदय बसहु रघुराया ॥

इसका मतलब है कि जिस व्यक्ति पर भगवान अपनी कृपा बरसाते हैं उनका जीवन खुशियों से भर जाता है और जीवन से कष्ट दूर हो जाते हैं। वहीं इस चौपाई में ये भी कहा गया है कि जो व्यक्ति छल, झूठ, कपट से दूर रहता है उस व्यक्ति के दिल में श्री राम का वास होता है। 

अगुण सगुण गुण मंदिर सुंदर, भ्रम तम प्रबल प्रताप दिवाकर । 
काम क्रोध मद गज पंचानन, बसहु निरंतर जन मन कानन।।

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इसका अर्थ यह है कि व्यक्ति को हर काम निस्वार्थ भाव से करना चाहिए। जो व्यक्ति ऐसा करता है श्री राम स्वयं उसके जीवन से दुःख दूर करते हैं और तभी उसे सफलता प्राप्त होती है। 

भय से मुक्ति पाने के लिए इस चौपाई का करें पाठ  

मामभिरक्षय रघुकुल नायक।
धृत बर चाप रुचिर कर सायक।।

प्रेम-प्यार बढ़ाने के लिए पढ़ें ये चौपाई

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सब नर करहिं परस्पर प्रीती।
चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीती।।


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Content Editor

Prachi Sharma

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