Rama Ekadashi: पापों का नाश करता है रमा एकादशी व्रत, ये है विधि और महत्व
punjabkesari.in Wednesday, Oct 15, 2025 - 02:01 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Rama Ekadashi 2025: रमा एकादशी हिंदू धर्म के उन पवित्र व्रतों में से एक है, जो भगवान विष्णु को समर्पित हैं। यह एकादशी व्रत विशेष रूप से पाप नाश और मोक्ष प्राप्ति के लिए रखा जाता है। पुराणों में बताया गया है कि इस दिन जो भक्त मन, वचन और क्रिया से भगवान विष्णु की सेवा करते हैं, उनके सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। ब्रह्ममुहूर्त में जागकर भगवान विष्णु का ध्यान और पूजा करनी चाहिए। व्रत के दिन अनाहार या फलाहार करना अनिवार्य है। भक्तिगीतों और भजनों का गुनगाण करें।
Importance of Rama Ekadashi रमा एकादशी का महत्व
रमा एकादशी का महत्व विष्णु पुराण और भागवत पुराण में विस्तार से वर्णित है। कथा अनुसार, किसी राजा के अत्याचार और प्रजा की समस्याओं को देखते हुए महर्षि नारद ने राजा को रमा एकादशी व्रत करने की सलाह दी। व्रत रखने से राजा के पाप दूर हुए और वह मोक्ष को प्राप्त हुआ।
Rama Ekadashi Vrat Vidhi रमा एकादशी व्रत विधि
स्नान और पूजा: सुबह उठकर स्वच्छ स्नान करें और भगवान विष्णु का पूजा स्थल तैयार करें।
फूल और धूप-अगरबत्ती: तुलसी के पत्ते, कमल या गेंदा के फूल, घी के दीपक और धूप-अगरबत्ती का उपयोग करें।
रामा एकादशी कथा का पाठ: व्रती कथा को ध्यानपूर्वक सुनें या पढ़ें।
फलाहार या निर्जला व्रत: कई भक्त फलाहार करते हैं, कुछ निर्जला व्रत रखते हैं।
प्रसाद और दान: व्रत समाप्ति पर फल, मिठाई और वस्त्र दान करें।
Benefits of Rama Ekadashi रमा एकादशी के लाभ
पाप नाश: सभी पाप दूर होते हैं और मन शुद्ध होता है।
धन और सुख में वृद्धि: घर और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
स्वास्थ्य लाभ: व्रत के कारण शरीर शुद्ध और स्वस्थ रहता है।
आध्यात्मिक उन्नति: मोक्ष की प्राप्ति और आत्मिक शांति मिलती है।