Rama Ekadashi 2025: रमा एकादशी के दिन घर के इन कोनों में जलाएं दीपक, धन-दौलत होगा संचार
punjabkesari.in Wednesday, Oct 15, 2025 - 07:03 AM (IST)

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Rama Ekadashi 2025: रमा एकादशी का व्रत और पूजा, भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। यह एकादशी दिवाली से ठीक पहले आती है इसलिए इसका महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है क्योंकि यह धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने का एक सुनहरा अवसर होता है। आइए, रमा एकादशी 2025 की तिथि, पूजा विधि और उन विशेष स्थानों के बारे में जानते हैं, जहां दीपक जलाने से आपकी तिजोरी धन से भरी रहेगी।
रमा एकादशी का महत्व
रमा एकादशी का नाम भगवान विष्णु की पत्नी माता लक्ष्मी के एक नाम रमा पर पड़ा है। यह व्रत भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की एक साथ पूजा के लिए समर्पित है। चूंकि यह व्रत माता लक्ष्मी को भी समर्पित है इसलिए इसे करने वाले भक्तों के जीवन में धन, सुख-समृद्धि और सौभाग्य की वृद्धि होती है। यह दिवाली से ठीक पहले घर में लक्ष्मी का आह्वान करने का सबसे शुभ दिन माना जाता है।
रमा एकादशी पर दीपक जलाने के प्रमुख स्थान-
मुख्य पूजा स्थान
इस जगह शुद्ध गाय के घी का दीपक जलाएं। यह दीपक भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के सम्मुख जलाया जाता है। इसे जलाने से घर में दैवीय ऊर्जा का संचार होता है और पूजा का संपूर्ण फल प्राप्त होता है। पूजा के दौरान विष्णु सहस्त्रनाम या श्री हरि स्तोत्र का पाठ करते हुए इस दीपक को प्रज्वलित रखें।
तुलसी का पौधा
तुलसी को साक्षात माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है और यह भगवान विष्णु को अत्यंत प्रिय है। शाम के समय तुलसी के पौधे के पास एक मिट्टी का दीपक अवश्य जलाएं। तुलसी के पास दीपक जलाने से मां लक्ष्मी और श्री हरि दोनों का आशीर्वाद मिलता है। यह घर में सुख-शांति, समृद्धि और आरोग्य लाता है।
मुख्य द्वार
घर का मुख्य द्वार वह स्थान है जहां से सकारात्मक ऊर्जा और देवी-देवताओं का प्रवेश होता है। शाम को मुख्य द्वार की चौखट के दोनों ओर, बाहर की दिशा में मुख करते हुए, एक-एक दीपक जलाएं। यह दीपक मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए जलाया जाता है, ताकि वे निर्बाध रूप से आपके घर में प्रवेश करें। इससे घर में नकारात्मकता दूर होती है और शुभता आती है।
तिजोरी या धन रखने का स्थान
यह स्थान सीधे आपकी आर्थिक स्थिति से जुड़ा होता है। पूजा के बाद एक छोटा-सा दीपक तिजोरी के पास या उसके सामने जलाएं। यदि तिजोरी में सीधे दीपक रखना संभव न हो, तो तिजोरी के दरवाज़े पर या तिजोरी वाले कमरे में इसे प्रज्वलित करें। रमा एकादशी पर तिजोरी के पास दीपक जलाने का अर्थ है धन की देवी को स्थिर रूप से घर में वास करने के लिए आमंत्रित करना। यह तिजोरी को हमेशा धन से भरा रखने का आशीर्वाद प्रदान करता है।