Rajasthan Election 2023: देवउठनी एकादशी पर मतदान, होगा करोड़ों का नुकसान !
punjabkesari.in Friday, Oct 13, 2023 - 11:02 AM (IST)

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Rajasthan Election 2023: चुनाव आयोग ने 23 नवंबर को राजस्थान में मतदान की तारीख घोषित की है। इसी दिन 5 महीने उपरांत पहला और सबसे बड़ा शादियों का सावा देवनीउठनी एकादशी रहेगा। ऐसे में मतदान प्रतिशत कम रहने की आशंका जताई जा रही है। बीते वर्ष साल 2022 में देवउठनी एकादशी के दिन राज्य में 40 हजार से अधिक शादियां हुई थी। अकेले जयपुर जिले में 7 हजार से ज्यादा और जयपुर शहर में 3500 शादियां हुई थीं। बेडिंग इंडस्ट्री से लेकर घराती-बराती व अन्य को मिलाकर अकेले जयपुर शहर में 15 लाख लोग इन शादियों में शामिल हुए थे। इस साल 10 प्रतिशत अधिक शादियां होने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में पूरे राज्य में करीब 45 हजार और जयपुर शहर में 4 हजार विवाह होने की संभावना है।
दिन भर रस्में होती हैं, एक शहर से दूसरे शहर कैसे जाएंगे ?
इसी दिन वोटिंग की डेट फिक्स होने से व्यापार में 20 प्रतिशत यानी करीब 200 करोड़ रुपए का नुकसान होता दिखाई दे रहा है। लोग शादियों में शामिल होने के कारण एक जगह और इवेंट के लिए और हलवाई के पास काम करने वाले श्रमिक कम मिलेंगे। इससे श्रमिक लागत में 25 से 33 फीसदी बढ़ोतरी होने इसका अनुमान है। वहीं पूरे प्रदेश में चुनाव के दिन बाजारों को बंद मतदान की तारीख में बदलाव करना चाहिए। ऐसे में शादी बालों को किराना, आभूषण व कपड़े आदि खरीदने में परेशानी होगी और लोग असमंजस में हो सकते हैं।
एक जगह से दूसरे जगह जाएंगे, ऐसे में वे अपने मतदान का प्रयोग कैसे करेंगे ?
20% तक व्यापार में नुकसान होने का अंदेशा है। शादियों में भाग लेने के लिए लोग एक शहर से दूसरे शहर कैसे जाएंगे ? उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसी तरह, वेडिंग इंडस्ट्री से सभी की सहभागिता को देखते हुए चुनाव की तारीख बदलना आवश्यक है।
पिछले साल 40 हजार शादियों से वेडिंग इंडस्ट्री में 1000 करोड़ का व्यापार हुआ था। इस बार 45 हजार शादियों से 1100 करोड़ रुपए का व्यापार होने की उम्मीद है। पंडित, ब्यूटी पार्लर व मेकअप आर्टिस्ट भी इस दिन अपने-अपने व्यापर में रहते हैं। व्यापारियों ने चुनाव आयोग से राजस्थान में मतदान की तरीख बदलने की अपील की है।
देवउठनी एकादशी पर वैवाहिक संस्कार के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त होता है। इस दिन चुनाव होने से कई परेशानियां होंगी। खासकर महिलाएं शादी की रस्मों में व्यस्त रहेगी तो कैसे अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगी।
आचार्य हिमानी शास्त्री ने कहा की अब चुनाव आयोग ने 23 नवंबर की बजाय 25 नवंबर को वोटिंग करने का फैसला लिया है।
आचार्य हिमानी शास्त्री
ज्योतिष एवं वैदिक देवस्थापति
dr.himanij@gmail.com