Rahu Transit 2025: मिथुन राशि के लिए आय में वृद्धि करेंगे राहु

punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2024 - 08:22 AM (IST)

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Rahu Transit 2025: आज बात करेंगे राहु और केतु के गोचर की। शनि की पहली ढैया है साढ़ेसाती की उसको बैलेंस करने के लिए राहु के ये जो 3 साल का गोचर है यह डेफिनेटली आपको बहुत हेल्प करेगा। 2025 वैसे भी बहुत अच्छा नहीं रहने वाला लेकिन राहु का गोचर आपके लिए शुभ हो जाएगा। यह वक्री अवस्था में रहते हैं हमेशा इनका कोई फिजिकल एक्जिस्टेंस नहीं राहु आपको इमेजिनेशन ज्यादा देता है। यदि वो पॉजिटिव पोजीशन में है तो आपको पॉजिटिव इमेजिनेशन बहुत होगी। यदि वह नेगेटिव पोजीशन में है तो आपकी कुंडली में विचार नेगेटिव साइड की तरफ ज्यादा चलेंगे। राहु अभी फिलहाल मीन राशि में गोचर कर रहे हैं। 29 मई 2025 को राहु का गोचर होगा। 29 मई 2025 से लेकर 25 नवंबर 2026 तक ये गोचर है। ये लगभग डेढ़ साल का गोचर होता है और डेढ़ साल के गोचर में राहु पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में रहेंगे।  फिर धनिष्ठा नक्षत्र में आएंगे। यह मंगल का नक्षत्र है तो इन तीन नक्षत्रों में में गोचर करेंगे। इसके अलावा केतु का गोचर सिंह राशि में होगा। राहु और केतु की अपनी कोई भी राशि नहीं होती और यह जिस राशि में बैठते हैं उस राशि के फल करते हैं। 

राहु मीन राशि में बैठे हुए हैं तो मीन राशि के साथ-साथ धनु राशि का भी फल करेंगे क्योंकि वह दोनों गुरु की राशियां हैं। राहु गुरु के साथ ही बैठे हुए हैं तो राहु गुरु के भी फल कर जाएंगे।  ये जिस ग्रह के साथ बैठते हैं उसके अच्छे या बुरे फल भी कर जाते हैं। अष्टम में बैठेंगे तो अष्टम के फल कर जाएंगे। भाग्य स्थान में बैठे हैं तो भाग्य स्थान के फल कर जाएंगे। राहु और केतु का केतु भी जिस राशि के साथ बैठेंगे उसके फल कर जाएंगे। जिस प्लेनेट के साथ बैठते हैं उस प्लेनेट के फल करते जाएंगे और गोचर में भी यही स्थिति होती है इनका प्रभाव बहुत तीव्र होता है। 

मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए राहु और केतु दोनों ही क्योंकि दोनों ही एक साथ राशि बदलते हैं। एक का गोचर शुभ होता है एक का अशुभ होता है। मिथुन राशि के लिए राहु नाइंथ हाउस में है, यह गोचर शुभ नहीं है आपके लिए लेकिन केतु का गोचर शुभ है । राहु नाइंथ हाउस में है ये पिता का भाव होता है। पिता के हेल्थ को लेकर परेशानी हो सकती है। पिता की हेल्थ को लेकर समस्या हो सकती है। गुरु यहां पर बैठे हुए हैं चंद्रमा के ऊपर है। राहु का प्रभाव ज्यादा होता है और तीव्र होता है इसलिए आपको अपने थॉट प्रोसेस को जरूर कंट्रोल करके चलना पड़ेगा। अध्यात्म का यदि आप कार्य करते हैं तो उन लोगों को खास परेशानी हो सकती है क्योंकि नाइंथ अध्यात्म का ही भाव है और वहां पर आकर राहु बैठ गए हैं। 

ऐसे लोगों को खास तौर पर परेशानी हो सकती है, जो अक्सर ट्रेवल करते हैं। राहु जब यहां पर बैठेंगे क्योंकि शनि की राशि में है तो शनि के फल करेंगे। शनि अष्टमेश भी होते हैं हालांकि मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि मित्र ग्रह है क्योंकि वो बुध की राशि है और भाग्य स्थान के स्वामी हो जाते हैं। शनि अष्टम का  फल करते हैं। अष्टम में उसकी मकर राशि है तो राहु शनि की तरह फल करते हैं। थोड़ा सा आपको ड्राइविंग को लेकर भी सावधान रहना पड़ेगा। यहां पर राहु इस ट्रायंगल को एक्टिवेट करेंगे। इसके बाद पंचम भाव पर दृष्टि जाएगी। पंचम संतान का भाव होता है ,पंचम बुद्धि-विवेक का भाव होता है। कोई भी डिसीजन आप लेंगे तो कोशिश करिएगा कि किसी दूसरे की ओपिनियन जरूर ली जाए। गुरु की दृष्टि पड़ रही है बुद्धि-विवेक के भाव के ऊपर। गुरु की दृष्टि है गुरु खुद इस भाव के कारक हैं यह संतान का भाव होता है। संतान वाले मामले में हो सकता है कि कहीं न कहीं आपको अगले डेढ़ साल में कुछ न कुछ ऐसी खबरें मिले जो आपके लिए अच्छी नहीं है। गुरु लग्न राशि में बैठे हैं। 

केतु का गोचर चूंकि यहां पर जब गोचर होता है तो एक शुभ होता है, दूसरा अशुभ हो जाता है। अब केतु का गोचर देखेंगे तो केतु का गोचर आपके लिए शुभ हो जाएगा। केतु  आपके लिए तीसरे भाव में गोचर करेंगे। केतु जब तीसरे भाव में गोचर करते हैं तो सर्वाइकल का इशू है वहां पर राहत मिल सकती है। यह पराक्रम, छोटे भाई का भाव होता है। सिब्लिंग्स तीसरे भाव से देखे जाते हैं। वहां पर तालमेल बेटर हो सकता है। जो संघर्ष आपसे राहु करवाएंगे नाइंथ हाउस में केतु उसमें आपकी मदद करेंगे क्योंकि तीसरा डिटरमिनेशन का भाव है। तीसरे भाव में सूर्य की राशि पड़ी हुई है। सूर्य हेल्थ के कारक हैं। 

सूर्य करियर का कारक है। केतु तीसरे भाव के भी फल करेंगे तो निश्चित तौर पर यह आपके लिए इस लिहाज से शुभ हो जाएगा। 

एक ग्रह यदि आपको थोड़ा सा खराब फल कर रहा है तो दूसरा उस मुकाबले में आपको ज्यादा बेटर अच्छे रिजल्ट करके देगा। यह चीजें आपके लिए मिथुन राशि के जातकों के लिए अच्छी हो जाएंगी। केतु यहां पर बैठेंगे तो इस भाव को एक्टिव करेंगे। यह आय का भाव है, यह आपकी डिजायर का भाव है। यहां पर केतु इस भाव के अच्छे फल कर जाएंगे। यहां पर गुरु की दृष्टि सप्तम भाव के ऊपर है। 

बिजनेस पार्टनर के लिए हो सकता है कि कोई अपॉर्चुनिटी ऐसी आए जिसमें आपको कोई पार्टनरशिप मिल जाए। 

 राहु के गोचर को लेकर थोड़ा सा जरूर सावधान रहना पड़ेगा। ओवर थिंकिंग पर जरूर कंट्रोल करें। यदि आपकी कुंडली में राहु खराब है क्योंकि बहुत सारे लोगों की कुंडली में राहु की पोजीशन खराब भी होती है।   

राहु को सही करने के उपाय-

सफाई कर्मचारी को खाना खिलाएं। 

काल भैरव के दर्शन करें। 

नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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