Radha Kund Shyam Kund: भक्ति और आस्था का केंद्र हैं राधा कुण्ड और शाम कुण्ड
punjabkesari.in Tuesday, Oct 14, 2025 - 02:00 PM (IST)
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Radha Kund Shyam Kund: राधा कुण्ड और शाम कुण्ड केवल जल के स्रोत नहीं, बल्कि भक्ति, प्रेम और अध्यात्म की दिव्य धरोहर हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, इन कुंडों में स्नान और पूजा करने से मन, आत्मा और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और दिव्यता आती है। ब्रज के ये कुंड आज भी भक्ति, प्रेम और पवित्रता के प्रतीक बने हुए हैं। राधा कुण्ड, ब्रज क्षेत्र के मैथिली और वृंदावन के बीच स्थित एक पवित्र कुंड है। हिंदू शास्त्रों और पुराणों के अनुसार, यह सर्वश्रेष्ठ और दिव्य कुंड माना जाता है। कहा जाता है कि इस कुंड में स्नान करने मात्र से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और भक्ति पूर्ण होती है। राधा कुण्ड का महत्व मुख्यतः राधा और कृष्ण की लीलाओं से जुड़ा है। कथा के अनुसार, राधा और गोपियों ने यहीं भगवान कृष्ण के प्रेम में स्नान किया और अपने ह्रदय की भावनाएं प्रकट की।

राधा-कृष्ण की लीला और राधा कुण्ड
प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, राधा कुण्ड में राधा ने स्वयं को कृष्ण के प्रेम में समर्पित किया। कुंड का जल इतना पवित्र है कि कहा जाता है, जो भक्त यहां स्नान करता है, वह कृष्ण भक्ति में पूर्ण समर्पण अनुभव करता है। भक्तों का मानना है कि राधा कुण्ड में प्रत्येक बूंद पानी राधा के प्रेम और भक्ति की याद दिलाती है। इसलिए इसे ब्रज क्षेत्र का हृदय स्थल भी कहा जाता है।
शाम कुण्ड की कथा
राधा कुण्ड के पास ही स्थित है शाम कुण्ड, जिसे कृष्ण कुण्ड भी कहा जाता है। कथा अनुसार, भगवान कृष्ण राधा से मिलने के लिए इस कुंड में स्नान करते थे। शाम कुण्ड की पवित्रता और महत्व राधा-कृष्ण की अद्भुत प्रेम लीला से जुड़ा है। कहा जाता है कि जो भक्त यहां स्नान करता है, उसे कृष्ण की कृपा और राधा की भक्ति की अनुभूति होती है।

पौराणिक दृष्टि से राधा-कृष्ण के कुंड
श्रीमद्भागवत पुराण और ब्रजभाषा के ग्रंथों में वर्णित है कि राधा और कृष्ण की लीला इन कुंडों में संपन्न हुई। राधा कुण्ड में भक्ति और प्रेम का अद्भुत संगम है। शाम कुण्ड में कृष्ण की दिव्य कृपा और रहस्यमयी आकर्षण दिखता है। इन कुंडों में स्नान केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आध्यात्मिक शुद्धि और आत्मा की मुक्ति का मार्ग भी माना जाता है।
भक्ति और आस्था का केंद्र
राधा कुण्ड और शाम कुण्ड आज भी भक्तों और तीर्थ यात्रियों के लिए प्रमुख आकर्षण हैं। यहां स्नान और पूजा करने से संतान सुख, वैवाहिक सुख और प्रेम जीवन में सफलता की प्राप्ति होती है। ब्रज क्षेत्र के अन्य मंदिरों से जुड़ी इस कथा में राधा और कृष्ण की दिव्य प्रेम कहानी के अनगिनत रहस्य छिपे हैं।

राधा-कृष्ण लीला का संदेश
प्रेम और भक्ति का अद्वितीय प्रतीक। शुद्ध ह्रदय से भक्ति करने वाले भक्तों को कृष्ण और राधा की कृपा मिलती है। यह स्थल आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और पुरातात्विक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यात्रा मार्ग और दर्शन
राधा कुण्ड और शाम कुण्ड का मुख्य प्रवेश वृंदावन से है। भक्तों के लिए मार्गदर्शन उपलब्ध है। विशेष अवसरों पर भक्तों के लिए भव्य उत्सव और लीलाओं का आयोजन किया जाता है।

