R Alphabet 2025 Horoscope: R नाम वालों वर्ष 2025 आपके लिए है बेहद खास

punjabkesari.in Saturday, Aug 24, 2024 - 07:39 AM (IST)

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R Alphabet 2025 Horoscope: 2024 आधा बीत चुका है और सब लोग 2025 को जानने के लिए काफी उत्सुक हैं। बहुत सारे जातक ऐसे होते हैं जिन्हें अपनी राशि के बारे में नहीं पता। आज बात करेंगे कि R नाम वालों के लिए 2025 कैसा रहने वाला है और क्या है उनकी राशि ? यदि आपका नाम  R से शुरू होता है तो आपकी राशि तुला बनती है। तुला राशि में चित्रा नक्ष नक्षत्र आता है, स्वाति नक्षत्र आता है। चित्रा नक्षत्र के आखिरी दो चरण होते हैं स्वाति नक्षत्र के जो तीन चरण होते हैं। यानी कि तुला राशि के कुल नौ में से पांच नक्षत्रों में जो पैदा होते हैं उनका नाम आर से शुरू होता है। 1 जनवरी के दिन बहुत सारी चीजें अच्छी नहीं जा रही है। 2024 काफी स्ट्रगल का समय रहा है। यदि कोई जातक 30 से 50 साल के बीच है तो डेफिनेटली आपके ऊपर शुक्र की शनि की महादशा चल रही है और जो शनि की महादशा चल रही है वो फिफ्थ हाउस से गोचर कर रहा है। शनि का पांचवें का गोचर अच्छा नहीं होता। इसलिए शनि से संबंधित फल अच्छे नहीं मिल रहे। शनि समय के कारक हैं, गुरु ब्लेसिंग्स के कारक हैं। 

गुरु अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं। गुरु आपकी कुंडली में बहुत इंपॉर्टेंस रखते हैं। अष्टम में गुरु अच्छा फल नहीं कर पाएंगे क्योंकि आपका पराक्रम साथ नहीं देगा। गुरु तीसरे भाव के स्वामी हो जाते हैं, गुरु की मूल त्रिकोण राशि तीसरे भाव में आ जाती है। पराक्रम कम हो जाता है जब गुरु वीक हो जाते हैं अपने से छठे भाव में गोचर कर रहे हैं यहां पर यह स्थिति अच्छी नहीं है। वैसे तो गोचर हर साल होते हैं लेकिन 2025 ऐसा साल है जब राहु केतु शनि और गुरु ये चारों ग्रह गोचर करेंगे। यह चारों बड़े ग्रह हैं जिनका गोचर लंबे समय का होता है। इनके गोचर का ज्यादा प्रभाव पड़ता है। गुरु एक साल एक ही राशि में रहते हैं। राहु-केतु डेढ़ साल एक ही राशि में रहते हैं। 2025 में चारों ही गोचर कर जाएंगे और इन चारों में से तीन का गोचर आपके लिए बहुत अच्छा होने जा रहा है। 

शनि समय के कारक हैं , शनि महादशा नाथ भी है आपकी कुंडली में। ये छठे में आ जाएंगे 29 मार्च को। जैसे ही शनि का गोचर होगा ये छठे भाव में आ जाएंगे। राहु ऑलरेडी यहां पर पहले ही छठे भाव में गोचर कर रहे हैं। यहां पर राहु और शनि की युति बन जाएगी। दोनों का छठे का गोचर अच्छा होता है और यह गोचर आपके लिए अच्छा होगा। महादशा नाथ का अच्छे गोचर में आना आपको चौथे और पांचवें भाव के फल देगा। आपकी मकर राशि चौथे भाव में आ रही है और कुंभ राशि पंचम भाव में आ रही है। यहां पर महादशा नाथ अपने दो भावों के अच्छे फल करेंगे। इस भाव का स्वामी अपने भाव से तीसरे भाव में आ गया यह शुभ गोचर में चला गया। 29 मार्च के बाद चौथे भाव से संबंधित फल आपको अच्छे मिलने शुरू हो जाएंगे। फोर्थ हाउस से मदर की हेल्थ को लेकर यदि कोई समस्या है तो वहां पर आपको राहत मिलती हुई नजर आएगी। पांचवां भाव संतान का भाव होता है, संतान पक्ष से अच्छी खबर आएगी। यदि निसंतान है तो यहां पर अब ये गोचर अच्छा होने जा रहा है। 15 मई को गुरु भाग्य स्थान में आ जाएंगे। गुरु की दृष्टि आपकी राशि के ऊपर पड़ रही है। गुरु की एक दृष्टि आपके पंचम भाव के ऊपर पड़ रही है। इसके बाद राहु का गोचर होगा। 15 मई को राहु छठे भाव से निकलेंगे पंचम में आ जाएंगे। यहां पर राहु का गोचर आपके लिए अच्छा नहीं होगा लेकिन केतु जो आपकी कुंडली में 12वें में गोचर कर रहे हैं। गुरु और राहु दोनों एक दूसरे के भाव को एक्टिव करेंगे क्योंकि दोनों की दृष्टि नाइंथ में भी पड़ेगी, पंचम पर भी पड़ेगी। इसके साथ-साथ आपका पराक्रम भाव एक्टिव होगा क्योंकि शनि यहां पर दशम दृष्टि से तीसरे भाव को देखेंगे। 2025 में आपको बहुत अच्छे फल मिलेंगे। धार्मिक यात्रा कर सकते हैं। कोई भी प्रोजेक्ट करेंगे 15 मई के बाद वहां पर डेफिनेटली आपको गुरु की ब्लेसिंग्स मिलती हुई नजर आएंगी। गुरु यहां से सीधी दृष्टि दे रहे हैं तीसरे भाव को। भाइयों का सहयोग मिलता हुआ नजर आएगा। पराक्रम में वृद्धि करेंगे। 
 राशि के ऊपर गुरु की दृष्टि है, थोड़ा सा ओवर थिंकिंग आ सकती है। आप 15 मई के बाद काफी पॉजिटिव रहेंगे। सारे तुला राशि के जातक मोटे तौर पर बहुत पॉजिटिव रहेंगे। तुला राशि के जातकों को राशि का एक्टिव होना गुरु के द्वारा और राहु के द्वारा यह बहुत अच्छी स्थिति है। यह आपका टेंपरामेंट बैलेंस रखेगा। 

किसी भी सिचुएशन में बुद्धि-विवेक के साथ काम करेंगे। यदि आपके घर में संतान नहीं है तो संतान भी आ सकती है। यह होगा 15 मई के 29 मई के बाद जब राहु का गोचर हो जाएगा। 29 मई के बाद तुला राशि के जो जातक जिनके यहां पर संतान नहीं है वहां पर संतान की प्राप्ति भी होने के योग हैं। 2024 के मुकाबले 2025 गोचर के लिहाज से बहुत अच्छा रहने वाला है क्योंकि शनि समय के कारक हैं, गुरु ब्लेसिंग्स के कारक हैं दोनों का गोचर शुभ हो जाएगा।  शनि का शुभ होना शनि योगा कारक है तुला राशि के जातकों के लिए वह अच्छा रहेगा। आय भाव में केतु का होना आय में वृद्धि करेगा। 

शनि को मजबूत करने के उपाय 

यदि आपके अंडर कोई स्टाफ काम करता है तो उस स्टाफ के साथ आपका बिहेवियर कॉर्डियल होना चाहिए। 

 शनिवार के दिन ओम शं शनैश्चराय नमः का जप कर सकते हैं। 

शनिवार के दिन काली उड़द की दाल दान करें।  

शनिवार के शनि शिला को सरसों का तेल अर्पित करें।

नरेश कुमार
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Content Editor

Prachi Sharma

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