प्रेमानंद महाराज के अनुसार, जानें प्यार की पहचान करने वाले छोटे-छोटे इशारे

punjabkesari.in Thursday, Nov 27, 2025 - 12:35 PM (IST)

Premanand Ji Maharaj Relationship Tips: वृंदावन के संत पूज्य प्रेमानंद जी महाराज अपने सरल और गहरे प्रवचनों के माध्यम से लोगों को जीवन की जटिलताओं को समझने में मदद करते हैं। जब बात प्रेम की आती है, तो महाराज जी स्पष्ट करते हैं कि सच्चा प्रेम भौतिक आकर्षण या स्वार्थ पर आधारित नहीं होता। उन्होंने बताया है कि वास्तव में सच्चा प्यार क्या है और जीवन में उस व्यक्ति की पहचान कैसे करें जो निस्वार्थ भाव से आपसे प्रेम करता है। तो आइए, महाराज जी के उपदेशों से जानते हैं, सच्चे प्रेम की वो कसौटियां जिन पर परख कर आप अपने रिश्तों की सच्चाई को पहचान सकते हैं।

Premanand Ji Maharaj Relationship Tips

महाराज जी के दृष्टिकोण से सच्चा प्रेम क्या है? 
प्रेमानंद महाराज जी के अनुसार, सच्चा प्रेम केवल देना जानता है, लेना नहीं। सच्चा प्रेम किसी लेन-देन पर आधारित नहीं होता। इसमें कोई शर्त नहीं होती कि अगर तुम मेरे लिए यह करोगे, तो मैं तुमसे प्यार करूंगा। यह बस निस्वार्थ रूप से बहता है, जो आपसे सच्चा प्रेम करता है, वह हमेशा आपके सुख और कल्याण की कामना करेगा, भले ही उस सुख में उसकी अपनी उपस्थिति न हो। वह आपके दुःख से दुखी होगा और आपके सुख से सुखी होगा।

प्रेम में व्यक्ति दूसरे पर अधिकार जताना नहीं चाहता। सच्चा प्रेमी यह नहीं चाहेगा कि आप केवल उसकी मर्जी के अनुसार काम करें। वह आपको स्वतंत्रता देता है। सच्चा प्रेम आत्मा को शुद्ध करता है और व्यक्ति को सात्विक मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। यह आपको बुराई से दूर रखता है। शारीरिक आकर्षण या क्षणिक भावनाएं बदल सकती हैं, लेकिन सच्चा प्रेम स्थिर और अडिग होता है। यह हर परिस्थिति में कायम रहता है।

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कैसे पहचानें कि कौन सच में आपसे प्रेम करता है?
महाराज जी ने कुछ ऐसे व्यवहार बताए हैं, जिनसे आप सच्चे प्रेम की पहचान कर सकते हैं। वह व्यक्ति जो आपसे सच्चा प्रेम करता है, वह आपके उन्नति, प्रगति और सफलता में सच्ची खुशी महसूस करेगा, भले ही उसके स्वयं के जीवन में कुछ कमियां हों। उसमें ईर्ष्या का भाव नहीं आएगा। सच्चा प्रेमी आपके दोषों और कमियों के साथ भी आपको स्वीकार करता है। वह आपको बदलने की कोशिश नहीं करता, बल्कि आपको आप जैसे हैं, वैसे ही प्रेम करता है।

वह कभी भी आपकी तुलना किसी दूसरे व्यक्ति से नहीं करेगा। सच्चा प्रेम हर व्यक्ति की अद्वितीयता का सम्मान करता है। सच्चे प्रेम की उपस्थिति में आपको शांति और सुरक्षा का अनुभव होगा। उसके साथ रहने पर आपको अनावश्यक रूप से कोई डर या चिंता महसूस नहीं होगी। सच्चा प्रेम बार-बार क्षमा करने की शक्ति रखता है, क्योंकि प्रेम दोषों से बड़ा होता है।

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Content Editor

Sarita Thapa

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