महाकुंभ: 5000 करोड़ हुए खर्च, चलेंगी 13 हजार विशेष ट्रेनें
punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2024 - 06:50 AM (IST)
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प्रयागराज (वार्ता): रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज बताया कि भारतीय रेल ने खर्च किए अगले माह शुरू हो रहे महाकुंभ की तैयारियों के लिए गत दो वर्षों में 5000 करोड़ रुपए से अधिक राशि से व्यापक इंतजाम किए हैं और महाकुंभ 2025 के दौरान 13000 से अधिक विशेष रेलगाड़िया चलाई जाएंगी। वैष्णव ने यहां प्रयागराज मंडल में महाकुम्भ 2025 की तैयारियों का किया अवलोकन किया। रेल मंत्री ने सबसे पहले झूंसी रेलवे स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों एवं महाकुंभ -2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया।
वाराणसी से प्रयागराज के बीच रेल मार्ग को सुगम बनाने के लिए दारागंज से झूंसी के बीच 495 करोड़ रुपए की लागत से नए रेल पुल का निर्माण होने से यह सफर आसान हो जाएगा। प्रयागराज रामबाग-वाराणसी रेल मार्ग में गंगा नदी पर अभी तक केवल एक ही रेल पुल था जिसमें सिंगल ट्रैक होने की वजह से झूंसी और रामबाग रेलवे स्टेशन में ट्रेन को देर तक रोकना पड़ता था। अब इस 1937 मीटर लंबे नए रेल पुल के बन जाने से यात्रियों को इंतजार नहीं करना होगा क्योंकि यह उबल ट्रैक वाला रेल पुल है।
झूंसी-दारागंज के मध्य गंगा नदी पर यह रेल पुल सबसे अहम कड़ी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस पुल की संरचना स्फेरिकल बेयरिंग पर आधारित है जो इसे बेहद टिकाऊ बनाती है। पुल के पिलर की नींव 50 मीटर गहराई तक भारतीय कुआं शैली में निर्मित है। पुल अगले 100 वर्षों तक सुरक्षित रहेगा और 25 वर्षों तक बिना किसी बदलाव के दोगुने से अधिक ट्रेनों का भार संभालने में सक्षम होगा।
उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे ने सनातन संस्कृति के 2 महत्वपूर्ण केन्द्र प्रयागराज और वाराणसी के बीच यात्रा को और अधिक तेज तथा सुगम हो जाएगा। प्रयागराज और वाराणसी के बीच की दूरी 120 किलोमीटर है। इस ट्रैक पर प्रयागराज से वाराणसी के बीच ट्रेनों के परिचालन की औसत गति 100 से 130 किलोमीटर की रफ्तार हो सकेगी। अभी इस ट्रैक पर प्रयागराज से वाराणसी के बीच वंदे भारत की रफ्र 110 किलोमीटर प्रति घंटा है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि 13 दिसम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी प्रयागराज एक दिवसीय यात्रा में इस परियोजना का शुभारंभ करेंगे।