North direction house vastu: घर की उत्तर दिशा लाती है धन और अवसर, वास्तु शास्त्र के रहस्य जानें
punjabkesari.in Wednesday, Nov 05, 2025 - 02:15 PM (IST)
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Importance of the north direction in the house: वास्तु शास्त्र में घर की प्रत्येक दिशा का विशेष महत्व बताया गया है लेकिन उत्तर दिशा को अत्यंत शुभ और समृद्धि देने वाली दिशा माना गया है। यह दिशा न केवल धन के देवता कुबेर जी का स्थान है, बल्कि अवसरों, सकारात्मक ऊर्जा और विकास का भी प्रतीक है। सही तरीके से इस दिशा का उपयोग करने पर घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। उत्तर दिशा में उचित वस्तुएं रखने और ऊर्जा संतुलन बनाए रखने से जीवन में आर्थिक उन्नति, स्थायित्व और सफलता के नए द्वार खुलते हैं। यही कारण है कि वास्तु में उत्तर दिशा को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है।

The importance of the north direction in the house घर में उत्तर दिशा का महत्व
वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर दिशा को शुभता और अवसरों की दिशा कहा गया है। यह दिशा सूर्य की किरणों और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार मानी जाती है। इस दिशा में प्रकाश, हवा और ऊर्जा का प्रवाह सबसे संतुलित होता है, जो घर के वातावरण को जीवंत और ऊर्जावान बनाता है। मान्यता है कि यदि इस दिशा को साफ-सुथरा, खुला और अवरोध रहित रखा जाए, तो घर में धन, सौभाग्य और खुशहाली स्वतः प्रवेश करती है। उत्तर दिशा का वास्तु अनुकूल होना व्यक्ति के करियर और व्यवसाय में स्थिरता लाता है और घर के सदस्यों के बीच सामंजस्य बढ़ाता है।

Significance of Lord Kuberas statue कुबेर जी की प्रतिमा का महत्व
वास्तु शास्त्र में धन के देवता कुबेर जी को उत्तर दिशा का स्वामी माना गया है। यदि घर की उत्तर दिशा में कुबेर जी की सुंदर, स्वर्ण या चांदी की प्रतिमा स्थापित की जाए, तो यह धन वृद्धि और सफलता का सूचक बनती है। मान्यता है कि इससे घर में अटका हुआ पैसा लौट आता है और नए आय स्रोत खुलते हैं। कुबेर जी की प्रतिमा को हमेशा साफ, सुगंधित और प्रकाशमान स्थान पर रखें। प्रतिमा के पास कपूर या घी का दीपक जलाने से घर में धन की आवक बढ़ती है और आर्थिक समस्याएं धीरे-धीरे समाप्त हो जाती हैं।

The influence of the Shri Yantra in the north direction of the house घर की उत्तर दिशा में श्रीयंत्र का प्रभाव
श्रीयंत्र को मां लक्ष्मी का प्रतीक और धन आकर्षण का शक्तिशाली साधन माना गया है। वास्तु के अनुसार इसे घर की उत्तर दिशा में स्थापित करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मकता का संचार होता है। यह घर के वातावरण को पवित्र करता है और आर्थिक स्थिरता प्रदान करता है। श्रीयंत्र को रोजाना जल, पुष्प और अगरबत्ती से पूजन करने से जीवन में तरक्की के अवसर बढ़ते हैं। ध्यान रहे कि श्रीयंत्र को हमेशा साफ और ऊर्जावान रखें। नियमित साधना से यह न केवल धन-समृद्धि लाता है बल्कि मानसिक शांति और आत्मविश्वास में भी वृद्धि करता है।

