शकुनि से जुड़े रहस्य क्या जानते हैं आप ?
punjabkesari.in Wednesday, Jun 26, 2019 - 10:41 AM (IST)
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महाभारत का युद्ध एक बहुत ही ऐतिहासिक युद्ध रहा है, जिसे याद करके आज भी हर इंसान के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। जहां महाभारत का युद्ध इतना खास रहा था तो वहीं दूसरी ओर उसका हर एक पात्र अपना एक अलग महत्व रखता है। सभी पात्रों में से एक गांधारी का भाई शकुनि भी था। शकुनि गांधार राज्य का राजा था। दुर्योधन पूरी तरह से शकुनि की नीतियों पर ही निर्भर था। महाभारत युद्ध होने के कारणों में शकुनि भी शामिल है। उसने कई बार पांडवों के साथ छल किया और दुर्योधन को पांडवों के प्रति भड़काया। आज हम आपको शकुनि से जुड़े हुए कुछ रहस्य बताएंगे, जिसके बारे में शायद ही पहले कभी आपने सुना होगा।
महाभारत के अनुसार शकुनि के पिता का नाम राजा सुबल और माता का नाम सुदर्मा था। राजा सुबल गांधार के राजा थे।
शकुनि की पत्नी का नाम आरशी था और पुत्र का नाम उलूक था। उलूक ने ही युद्ध से पहले कौरवों का संदेश पांडवों को सुनाया था।
युद्ध में युधिष्ठिर के सबसे छोटे भाई सहदेव ने शकुनि और उलूक को घायल कर दिया। घायल उलूक युद्ध करते हुए सहदेव के हाथों मारा गया। शकुनि अपने पुत्र का शव देखकर बहुत दुखी हुआ और युद्ध भूमि छोड़कर भागने लगा। सहदेव ने शकुनि का पीछा किया और उसे पकड़ लिया। इसके बाद घायल शकुनि ने बहुत समय तक सहदेव से युद्ध किया और अंत में सहदेव ने उसका वध कर दिया।
सहदेव ने शकुनि का वध युद्ध के 18वें दिन किया था। शकुनि के भाइयों ने भी युद्ध में हिस्सा लिया था। वे कौरवों की ओर से युद्ध लड़े थे। उनका वध अर्जुन ने किया था।