ये है प्रेमी पक्षियों का स्वर्ग, शिव जी से जुड़ा है इस जगह का रहस्य

punjabkesari.in Tuesday, Mar 09, 2021 - 04:50 PM (IST)

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हरिद्वार में इस बार यानि 2021 वर्ष में कुंभ का मेला उत्तराखंड के शहर हरिद्वार में लगने जा रहा है, जिसका आरंभ 11 मार्च महाशिवरात्रि को हो रही है। जिस कारण हरिद्वार काफी सुर्खियों में है, हो भी क्यों न आखिरकार कुंभ मेला भारत में लगने वाले तमाम मेलों में सबसे बड़ा मेला माना जाता है। इतना ही नहीं कुंभ मेला विश्वभर में अधिक प्रसिद्ध है। अब आप सोच रहे होंगे कि हम आपको कुंभ के बारे में बताने जा रहे हैं। मगर नहीं हम आपको बताने जा रहे हैं हरिद्वार में स्थित सुंदर नील धारा पक्षी विहार के बारे में। 

बताया जाता है हरिद्वार में बसा ये सुंदर नील धारा पक्षी विहार, पक्षी प्रेमियों के स्वर्ग माना जाता है। यहां पर कई प्रजातियों के देशी और विदेशी पक्षी देखने को मिलते हैं। अगर सर्दियों की बात करें यहां साइबेरियन क्रेन तथा अन्य प्रवासी पक्षी बड़ी संख्या में आते हैं। 

लोक मान्यताओं के अनुसार नीलपर्वत के नीचे वाली गंगा की धारण को नील धारा कहते है। किंवदंतियों के अनुसार शिव जी के नील नामक एक गण ने यहां पर शंकर जी की प्रसन्नता के लिए घोर तपस्या की थी, जिस कारण इस पर्वत को नीलपर्वत के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा यहां की नीचे की धारा का नाम नीलधारा तथा नील द्वारा स्थापित किए गए शिवलिंग को नीलेश्वर के नाम से जाना जााता है।  

बताया जाता है इस जगह से शिवालिक हिमालय के भी शानदार नजारा देखने को मिलता है। बता दें पक्षी विहार हरिद्वार से लगभग 4 कि.मी दूर भीमगोड़ा बर्राग में स्थित हैै। 

यह हरि की पौड़ी, हरिद्वार से सिर्फ 4 किमी दूर स्थित है जहां आप अपने खुद के वाहन या ऑटो से पहुंच सकते हैं। यहां के रूट पर बस भी चलती है। हरिद्वार रेलवे


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Jyoti

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