Navratri Ke Vastu Upay: नवरात्रि में जरूर करें इन वास्तु नियमों का फॉलो, घर में बना रहेगा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह
punjabkesari.in Wednesday, Sep 24, 2025 - 07:00 AM (IST)

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Vastu Tips For Navratri 2025: नवरात्रि पर देवी दुर्गा 9 दिनों तक पृथ्वी लोक में निवास करती हैं और अपने भक्तों की पूजा से प्रसन्न होती हैं, ऐसे में जिस कमरे में पूजा स्थल होगा वहां की शुद्धता और पवित्रता का विशेष ध्यान देना चाहिए।
नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि कलश स्थापना के साथ ही नवरात्रे शुरू हो जाते हैं। सबसे पहले नवरात्रे पर देवी उपासना के लिए पूजा स्थल का चुनाव वास्तु के नियमों के अनुसार ही करना चाहिए। वास्तु के अनुसार देवी आराधना के लिए पूजा स्थल की दिशा ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व की दिशा सबसे ज्यादा शुभ मानी जाती है। वास्तु के अनुसार यह दिशा सबसे ज्यादा पवित्र, शुभ और सकारात्मक होती है। इस दिशा में पूजा करने से पूजा का पूरा फल प्राप्त होता है लेकिन किसी कारण से अगर यह दिशा उपलब्ध न हो तो उत्तर या पूर्व में किसी एक दिशा का चुनाव करना चाहिए।
वास्तु के अनुसार, देवी दुर्गा की मूर्ति को उत्तर-पूर्व की दिशा में इस तरह रखना चाहिए कि साधक का मुख पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ हो। इससे पूजा में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहेगा।
देवी लक्ष्मी को कमल फूल विशेष रुप से प्रिय हैं। नवरात्रों के दौरान घर में कमल का फूल या उससे संबंधित चित्रपट घर में लगाया जाए तो सदैव देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
नवरात्रों के समय घर में सोने या चांदी का सिक्का लाना शुभ होता है। सिक्के पर देवी लक्ष्मी और श्रीगणेश की चित्रपट हो तो ये और भी शुभ होगा।
देवी सरस्वती का वाहन मोर को माना जाता है। नवरात्र के समय घर में मोर पंख लाएं और उसे मंदिर में रखने से बहुत लाभ होता है।
घर में सदैव धन सुख बना रहे इसके लिए नवरात्र के दौरान घर में देवी लक्ष्मी का ऐसा चित्रपट लाएं, जिस पर माता कमल के फूल पर विराजित हों और उनके हाथों से धन की वर्षा हो रही हो।
मां दुर्गा की सदैव कृपा पाने के लिए नवरात्रों के दौरान घर में सोलह श्रृंगार का सामान लेकर आएं। उस सामान से नवदुर्गा का श्रृंगार करने के बाद बचा हुआ सामान खुद के प्रयोग में लेकर आएं।