यात्रा: शानदार मंदिरों का घर, बड़ी संख्या में पर्यटक व भक्त पहुंचते हैं

punjabkesari.in Monday, Dec 05, 2016 - 01:22 PM (IST)

पहले बर्मा के नाम से जाना जाता म्यांमार काफी वक्त तक मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा परित्यक्त रहा। हालांकि गत वर्ष वहां नई सरकार बनने तथा सैन्य शासन खत्म होने के बाद से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने उसके साथ रिश्ते सुधारने शुरू किए हैं। नई हवाई उड़ानें शुरू हुई हैं और ऐसे में वहां पर्यटन में भी रुचि बढऩे लगी है।


पर्यटकों के लिए म्यांमार में कुछ बेहद शानदार व दिलचस्प आकर्षण हैं। इसकी सीमाएं भारत, बंगलादेश, चीन, लाओस तथा थाइलैंड के साथ लगती हैं जिससे यह भारतीय तथा दक्षिण पूर्व एशिया के मध्य एक सम्पर्क बिंदू की तरह स्थित है।

 
शहर यांगोन मुम्बई या हनोई जैसा चहल-पहल से भरपूर है। यह एक ऐसा शहर है जिसकी सैर करने का सबसे अच्छा तरीका यूं ही घूमना-फिरना है। हालांकि, इस शहर का सबसे बड़ा आकर्षण शानदार श्वेदागोन पगोडा है जो म्यांमार के सर्वाधिक पवित्र बौद्ध स्मारकों में से एक है। इसके सोने के स्तूप पर हीरे तथा कई तरह के माणिक्य जड़े हुए हैं। 


म्यांमार का दूसरा बड़ा शहर मांडले है। इस शहर में मोटर-स्कूटरों, तथा टी-हाऊस खूब दिखाई देते हैं। यहां गाढ़े दूध वाली चाय खूब मशहूर है जो एक तरह से चाय तथा वियतनामी कॉफी का स्वादिष्ट सुमेल है। 


अनेक पर्यटक यहां पर ‘मस्टैच ब्रदर्स’ यानी मूंछों वाले तीन भाइयों का कॉमेडी शो भी अवश्य देखते हैं। इन भाइयों ने म्यांमार के तानाशाही शासन के दौरान भी कटाक्ष भरे अपने शो चालू रखे थे। बेशक म्यांमार अब सैन्य शासन से मुक्त हो चुका हो, इन्होंने अभी भी देश की राजनीति पर कटाक्ष करना जारी रखा है। वे अपना शो अपने घर के गैरेज में बने छोटे से मंच पर नियमित रूप से दिखा रहे हैं। 


म्यांमार अनेक शानदार मंदिरों का घर है। यह विश्व के प्रमुख बौद्ध राष्ट्रों में से एक है। कई स्थानों पर सुनहरे रंग के स्तूप दिखाई देते हैं। हालांकि, कुछ शानदार प्राचीन मंदिरों का नजारा बागान में सभी आकर्षणों को पीछे छोड़ सकता है। यहां पर हजारों पगोडा घास के विशाल मैदान में फैले हैं। लाल ईंटों से बने ये स्मारक एक अद्भुत दृश्य पेश करते हैं। इन स्थलों पर म्यांमार में पर्यटकों को हॉकरों से कुछ परेशानी हो सकती है जो पर्यटकों के पीछे पड़े रहते हैं।


बागान से कुछ दूर इनले झील भी एक अद्भुत आकर्षण है। यह विशाल ताजे पानी की झील चावल के खेतों से घिरी है तो कुछ दूर शान पहाडिय़ां दिखाई देती हैं। झील की एक खासियत पैरों से नौकाएं खेने वाले मछुआरे भी हैं। इसके लिए वे एक ऐसे विशेष चप्पू का प्रयोग करते हैं जिसे वे अपनी एक टांग से धक्का देकर नौका को आगे बढ़ाते हैं।
इसके पश्चिम की ओर आपका सामना इर्रावाड्डी नदी से होगा जो इस देश की सबसे बड़ी नदी है। इसके किनारे खूब चहल-पहल दिखाई देती है। यदि आप ग्रामीण म्यांमार को करीब से देखना चाहते हैं तो कालो नामक एक पूर्व ब्रिटिश हिल स्टेशन की सैर कर सकते हैं। यहां मौसम ठंडा है और ट्रैकिंग के लिए भी यह इलाका प्रसिद्ध है। 


म्यांमार के प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में दो अन्य शानदार और प्रमुख आकर्षण हैं। पहला पोपा पर्वत के निकट एक खड़े पहाड़ी शिखर पर पोपा ताऊंगकालत मठ है। चोटी पर स्थित इस अद्भुत मठ से चारों ओर के मैदानों का अविश्वसनीय नजारा दिखाई देता है। यहां तक पहुंचने के लिए 777 सोपान चढ़ कर जाना कुछ लोगों के लिए चुनौती हो सकती है लेकिन यहां पहुंचने की खुशी अपने आप में सारी थकान मिटा देती है। वैसे इसके रास्ते में पाए जाने वाले बंदरों से निपटना भी बड़ी चुनौती बन सकता है। बेहतर होगा कि आपके पास कोई भी चीज खुली न हो क्योंकि ये उसे छीनने में देर नहीं लगाएंगे। 


दूसरा शानदार स्थल है क्याईक्तियो मठ। किंवदंती है कि सुनहरी चट्टान बुद्ध के एक बाल पर संतुलित है। गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत को धता बताता प्रतीत होता यह मठ किसी चमत्कार से कम नहीं है। क्याईक्तियो पर्वत की चोटी के एक किनारे पर न जाने कैसे एक विशालकाय पत्थर टिका हुआ है और इस पर ही यह अद्भुत मठ स्थित है। पत्थर स्वर्ण से सज्जित है जहां बड़ी संख्या में पर्यटक व भक्त पहुंचते हैं।


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