Muni Shri Tarun Sagar: वहीं लक्ष्मी का स्थायी निवास होता है...
punjabkesari.in Thursday, Dec 01, 2022 - 09:32 AM (IST)
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सम्पत्ति के साथ सद्बुद्धि
सम्पत्ति हमेशा तुम्हारे पास नहीं रहेगी, इसलिए प्रभु से प्रार्थना में कहना, प्रभु, जब मुझे सम्पत्ति दो तो साथ में सद्बुद्धि भी देना। सद्बुद्धि रहेगी तो सम्पत्ति फिसलने नहीं देगी।
पुण्य लक्ष्मी का भाई है। जहां अच्छे कार्य होते हैं वहां पुण्य की प्राप्ति होती है और वहीं लक्ष्मी का स्थायी निवास होता है। कुएं का पानी निकालने से घटता नहीं, निर्मल होता है। कुएं से पानी न निकाला जाए तो जल पीने योग्य नहीं रह जाता।
धन भी कुएं के जल के समान है, पुण्य कार्यों में खर्च करते रहें तो बढ़ता जाएगा और तिजोरियों-बैंकों में भरते रहें तो सड़ जाएगा। बोलो तुम्हें क्या मंजूर है।
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जीवन का आधार
आज एक ओर जहां युवा दम्पति संतान के लिए तरस रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई माता-पिता अपने ही अंश को खत्म कर रहे हैं। मैं ऐसे मां-बाप से, जो आने वाली संतानों को पिता का प्यार और मां की ममता नहीं दे सकते, आग्रह करूंगा कि वे अपनी संतान को जन्म से पहले ही मार देने की बजाय उसे जन्म दें और किसी ऐसे युवा दम्पत्ति की झोली में डाल दें, जो संतानहीन हैं और संतान के लिए तड़प रहे हैं। ऐसा करने से जहां युवा दम्पति को जीने का मकसद मिल जाएगा, वहीं बच्चे को जीवन का आधार।