Motivational Concept: विभिन्न दृष्टिकोणों का समन्वय है जीवन
punjabkesari.in Tuesday, Mar 22, 2022 - 11:12 AM (IST)
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सांझ हो रही थी। कहीं पर अंधेरा तो कहीं पर धीरे-धीरे मंद पड़ता प्रकाश दिखाई पड़ रहा था। इसी बेला में बरगद का एक पेड़ भी खड़ा था। पेड़ की एक कोटर (तने का खोखला भाग) से एक चमगादड़ निकल कर शाखा पर आ बैठा। कुछ देर में एक मैना भी वहीं आकर बैठी और उससे बोली, ‘‘भाई चमगादड़! तुमने सुबह का सूरज देखा था?
आज कितना सुन्दर सूर्योदय हुआ था।’’
चमगादड़ सदा अंधकार में रहा था, उसे प्रकाश का कोई भान ही न था। इसलिए वह आश्चर्य से बोला, ‘‘सूर्योदय क्या होता है?’’
मैना उसे समझाते हुए बोली, ‘‘जब रात का अंधेरा सूरज के प्रकाश से गायब हो जाता है तो उसे सूर्योदय कहते हैं।’’
मैना के समझाने पर भी चमगादड़ को सूर्योदय का कुछ अंदेशा न लग पाया। मैना की परेशानी समझकर वहीं पास बैठा तोता मैना से बोला, ‘‘बहन मैना! चमगादड़ ने अपना जीवन अंधकार में ही गुजारा है, इसलिए उसे प्रकाश का कोई भान नहीं है।
ज्यादातर मनुष्य भी अपना जीवन ऐसे ही संकीर्ण नजरिए में गुजारते हैं और जिस बारे में उन्हें नहीं पता होता उसे वे सिरे से नकार देते हैं।’’
जीवन और कुछ नहीं, विभिन्न दृष्टिकोणों का समन्वय है।