शादी पक्की नहीं होने देते ये ग्रह, इन उपायों को करते ही बनेगी बात
punjabkesari.in Saturday, Feb 15, 2025 - 07:50 AM (IST)
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जहां पर भी काम डिले या विलंब का आ जाता है। वहां पर शनि ग्रह का नाम सबसे पहले आता है। शनि ग्रह के बारे में कहा जाता है कि शनि मना नहीं करते वह विलंब करते हैं। जिसके भी शादी ब्याह के घर में शनि बैठे होंगे या शनि प्रभावित कर रहे होंगे। उसकी शादी डिले होगी। जिन लोगों के सप्तम भाव में शनि होते हैं, वो करियर अच्छा देते हैं। लेकिन शादी ब्याह में बहुत सारी रुकावटे लेकर आते हैं। शादी ब्याह की बात पक्की होने के बाद रिश्ता होने के मामले में शनि बुद्धि पर पर्दा डाल देते हैं। कई मामले में तो शनि ऐसा कर देते हैं कि लड़का और लड़की शादी को लेकर नॉन सीरियस होते हैं। उनकी शादी को लेकर सपने बड़े हो जाते हैं, जो सामने वाला पूरा नहीं कर पाता और अच्छा रिश्ता रेत की तरह हाथ से फिसल जाता है। यह होता है जब शनि मैरिजेबल घर को प्रभावित करें। शनि खाली प्रभावित नहीं करते हैं। शनि अगर बर्थ चार्ट में सप्तम भाव की जगह पर सूरज और चंद्रमा इन दोनों को भी प्रभावित करेंगे, तो भी शादी में डिले होगा। जहां-जहां पर शनि चंद्र और जहां-जहां पर सूरज शनि इकट्ठे होते हैं। वहां पर शादियां खराब और डिले हुई हैं। मैरिजेबल एज में आके शादियां नहीं होती बल्कि मैरिजेबल एज के बाद शादियां होती हैं।
सूरज शनि का आमने-सामने होना कई बार दूरी विवाह योग देता है। यह 30 साल के बाद तक भी शादी नहीं होने देते हैं। यह इस तरह का योग कहलाता है। शादी के लिए नेचुरल कारक का भी स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है। लड़कियों के चार्ट में जुपिटर नेचुरल कारक है। जब तक बृहस्पति सही नहीं होंगे, तब तक शादी नहीं हो पाएगी। लेकिन लड़कों के चार्ट में बृहस्पति नहीं बल्कि शुक्र सही नहीं होंगे तब तक शादी नहीं हो पाएगी। लड़की के चार्ट में जब भी जुपिटर खराब होंगे शादी नहीं होने देंगे। ऐसे में शादी ब्याह का योग आगे भागता रहेगा। यह तब होता है। जब किसी लड़की की कुंडली में जुपिटर खराब हो और लड़के के कुंड़ली में शुक्र खराब हो तो इस केस में जुपिटर को देख के जो भी ग्रह उनको खराब कर रहे हैं। उनकी डोनेशन करके ही सही करना चाहिए। तो हो सके तो जुपिटर को खुद पर सोने के द्वारा, जुपिटर को स्टोन के द्वारा, जड़ी बूटियों के द्वारा जुपिटर को एक्टिवेट करना चाहिए। जिससे कि शादी ब्याह में संजोग बंधे हुए हैं, वो खुल जाएं और शादी समय से पूरा हो सके। मैरिजेबल एज में अगर अच्छे ग्रह की दशा अंतर दशा आ गई है, वो शादी को फैसिलिट कर देगी यानी जो भी अंतर दशा चल रही है। उसका शादी वाले ग्रह से संबंध बन रहा है, तो शादी हो जाएगा। लेकिन अगर कुछ ऐसे ग्रहों की दशा अंतदशा आ गई है कि जिनका उन ग्रहों से संबंध बन रहा है, जो शादी ब्याह में अड़चन डाल रहे हैं, तो फिर शादी ब्याह डिले होता चला जाएगा। यहां पर ही एक अन्य चीज निकल कर आ रही है सेल्फ डिनायल। अगर सामने वाले की प्रायोरिटी ही कुछ और है सामने वाला काम का कारोबार में इतना बिजी है। अपना करियर बनाना चाहता है। वह इसलिए शादी नहीं कर रहा है, तो अलग हो जाएगा। अगर शादी करनी है कि तो अपनी चैकलिस्ट को कम करना पड़ता है। अगर सही समय पर शादी करनी है, तो जितनी चेकलिस्ट बड़ी होती जाएगी।
अगर आपके गुरु भी अच्छे हो आपके शुक्र भी अच्छे हो लेकिन आपने सेल्फ डिनायल करके अपने शनि को बहुत ही ज्यादा बलवान कर लिया। फिर से यहां पर शनि आ गए। सेल्फ डिनायल में शनि ही एक्टिवेट होते हैं यानी किसी भी चीज को हां करना है, तो बृहस्पति मना करना है, तो तभी शनि को दरिद्रता का कारक भी बोला गया है। जो भी इंसान शादी को अपने चौथे, पांचवें नंबर पर रखते है। उसके शनि अपने आप एक्टिवेट हो जाते हैं। फिर इसकी गूंज उनको अपने काम कारोबार में भी दिखती है। कारोबार को चलाने के लिए उन्होंने शादी को डिले किया था लेकिन काम कारोबार भी उतना नहीं चल पाता है। यह भी कड़ी से कड़ी मिली हुई होती है। सबसे बड़ा कारण जो है, वह घर के वास्तु में आ जाता है। ग्रहों के बाद शादी ब्याह क्या होता है। सही फैमिलीज को सही कैंडिडेट को देख जाए या बिजी हो जाएं। हमें वो वाला कैंडिडेट दिख जाए जो हमारे साथ जुड़ सकता है और जीवन को आगे लेकर जा सकता है। देखने की बात है कि यहां पर कौन सा सेगमेंट हैं जो जिम्मेदार है। यहां पर सेगमेंट है आपके घर के नॉर्थ ईस्ट से लेकर साउथ ईस्ट के बीच का सारा एरिया में वास्तु के अनुसार, रूल्स फॉलो नहीं किए गए होंगे, तो इंसान जो है सही जनता को नहीं दिखेगा। सही लोगों से जुड़ नहीं सकते और सही फैमिली से रिश्ता नहीं आ सकता है। शादी ब्याह में विलंव हो रहे हैं, तो उनको अपने नॉर्थ ईस्ट से लेके साउथ ईस्ट के बीच में एरिया को चेक करना है। नॉर्थ ईस्ट से लेकर साउथ ईस्ट के बीच अग्नि कोण के बीच का एरिया है, वो पूरी तरह से आपको अच्छे रिश्तों से जोड़ने के लिए सहायक रहता है। वहीं कि खराबी आपको अच्छे लोगों से जोड़ ही नहीं सकती है। इसलिए शादी में विलंब होते चले जाते हैं।
उपाय- मां कत्यायनी की पूजा करें और मंत्र का जाप करें। मां कत्यायनी के स्तोत्र का पाठ करने से वर या वधु दोनों को जल्दी रिश्तों को लाने में सहायक रहता है। अगर लड़की की कुंडली में जुपिटर ठीक-ठाक पोजीशन में है। लेकिन कमजोर होकर बैठे हुए हैं, तो गोल्ड धारम करना , पीला धागा गले में पहन लेना उनके लिए बहुत फायदेमंद रहता है। लेकिन जुपिटर जो है थोड़ा ट्रबल मेकिंग है तो फिर चने की दाल, बेसन, पीला कपड़ा गुरुवार के दिन किसी मंदिर में जाकर चढ़ाएं। यह उपाय शादी ब्याह में बड़ा सहायक होता है। पानी में हल्दी डालकर सन्ना करना या जुपिटर से जुड़ी जड़ी बूटियां पानी में डालकर औषधि स्नान करना बहुत अच्छा रहता है। पीली सरसों के बीच को सिर से 11 बार घुमाकर रोज रात को घर से बाहर फेंक दें। यह उपाय भी जुपिटर की खराबी को दूर करता है। अगर शुक्र को सही करना है, तो गाय को ज्वार खिलाना चाहिए। इसके अलावा आलू को हल्दी वाले पानी से पीले करके फिर गाय को खिलाना चाहिए। यह शुक्र को सही करने में बहुत मदद करता है। इसके अलावा शनि महाराज जो है, शादी में रुकावटें पैदा कर रहे हैं, तो शनिवार के दिन शनि देव को सरसों का तेल चढ़ाएं या शनि की चीजें नारियल, उड़द की दाल, सरसों के तेल को दान करने से शादी में आ रही अड़चने दूर हो जाती है।