कुंडली के दोषों से पीड़ित हैं तो आज ही जाएं इस मंदिर
punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2019 - 04:13 PM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
विश्वभर में अनेकों धार्मिक स्थल हैं। इन स्थानों की अपनी-अपनी खास विशेषता भी है। जिनके चलते ये न केवल अपने देश भर बल्कि विश्वभर में प्रसिद्धि हासिल किए हुए हैं। आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो न केवल भारत में प्रसिद्ध है बल्कि अन्य देशों में अपनी खासियत के लिए जाना जाता है। तो चलिए आपको बताते हैं इस अद्भत मंदिर के बारे में-
करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र ये मंदिर मंगलनाथ मंदिर से प्रसिद्ध है, जो शिव शंभू की नगरी उज्जैन में स्थित है। जिसकी खासियत ये है कि यहां पूजन-अर्चन करने वाले हर जातक के कुंडली के दोषों का नाश हो जाता है। यहां की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर का नाम मंगलनाथ इसलिए है क्योंकि यहां विधि-विधान से की गई पूजा से कुंडली के मौज़ूद मंगल दोष का नाश हो जाता है। जिस कारण यहां न केवल देश से बल्कि विदेशों से हज़ारों की संख्या में लोगों का तांता लगता है।
मंगल दोष से संबंधित मान्यता
मान्यता के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में मांगलिक दोष होता है वे यहां आकर उपाय के तौर पर यहां आकर पूजा-पाठ एवं कर्म-कांड करवाते हैं। मंगल ग्रह को समर्पित इस मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं। यही कारण है कि उज्जैन नगरी को मंगल की जननी भी कहा जाता है।
मंगल दोष होने से क्या होता है
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो मंगल दोष के कारण विवाह में देरी और वैवाहिक जीवन में कई तरह की परेशानियां होती हैं। दरअसल, कुंडली में बनने वाला मंगल दोष मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव के कारण बनता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह लग्न, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में बैठा हो तो उस व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष बनता है जो वैवाहिक जीवन के लिए परेशानी का सबसे बड़ा कारण बनता है।
मंगल दोष के उपाय
ज्योतिष में मंगल ग्रह की शांति के लिए व्यक्ति को हनुमान जी की आराधना, बजरंग बाण, हनुमान चालीसा आदि के जाप करना चाहिए। इसके अलावा किसी ज्योतिषी विद्वान की सलाह लेकर उपाय करें।
अगर ये सब न कर पाएं तो एक बार उज्जैन के मंगल नाथ मंदिर में अवश्य जाएं। यहां पूजा-अर्चना करने से आपको अपनी कुंडली के मंगल दोष से छुटकारा मिलेगा साथ ही आपका वैवाहिक जीवन खुशहाल होगा।