1 जनवरी को बदल जाएगा उज्जैन का नक्शा, जानें बाबा के दरबार में एंट्री का नया स्मार्ट रूट
punjabkesari.in Thursday, Dec 25, 2025 - 08:47 AM (IST)
Mahakal New Year Plan 2026 : नए साल की शुरुआत बाबा महाकाल के आशीर्वाद के साथ करने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु अवंतिका नगरी पहुंचते हैं। साल 2026 के स्वागत के लिए उज्जैन में सुरक्षा और सुगमता के कड़े इंतजाम किए गए हैं। यदि आप भी 1 जनवरी को महाकाल मंदिर जा रहे हैं, तो घर से निकलने से पहले नई दर्शन व्यवस्था को ध्यान से समझ लें।
किस गेट से मिलेगा प्रवेश?
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने अलग-अलग श्रेणियों के लिए द्वार निर्धारित किए हैं।
सामान्य दर्शनार्थी
आम श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश मानसरोवर गेट से सुनिश्चित किया गया है। यहां से भक्त लंबी कतारों के माध्यम से टनल होते हुए कार्तिकेय और गणेश मंडपम तक पहुंचेंगे।
VIP और विशेष पास धारक
वीआईपी और प्रोटोकॉल दर्शन के लिए गेट नंबर 4 और 5 का उपयोग किया जा सकता है, हालांकि अत्यधिक भीड़ होने पर इसमें बदलाव की संभावना है।
शीघ्र दर्शन (250 रुपये की रसीद)
सशुल्क दर्शन की रसीद लेने वाले भक्तों के लिए अलग से बैरिकेडिंग की गई है ताकि वे कम समय में दर्शन कर सकें।
पार्किंग की नई व्यवस्था
शहर के भीतर ट्रैफिक जाम न हो, इसके लिए बाहरी इलाकों में अस्थायी पार्किंग बनाई गई है।
इंदौर-देवास रोड से आने वाले वाहन
इनके लिए मन्नत गार्डन और कर्कराज मंदिर के पास बड़ी पार्किंग व्यवस्था की गई है।
बड़नगर-रतलाम मार्ग
इस तरफ से आने वाले वाहनों को भील धर्मशाला या मुल्लापुरा के पास पार्क करना होगा।
शटल बस सेवा
पार्किंग स्थल से मंदिर के प्रवेश द्वार तक जाने के लिए नगर निगम की विशेष बसें और ई-रिक्शा उपलब्ध रहेंगे।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
नए साल पर भस्म आरती की अनुमति पहले ही फुल हो चुकी है। बिना अनुमति के भस्म आरती में प्रवेश संभव नहीं होगा। भीड़ अधिक होने पर प्रशासन 'चलित दर्शन' की व्यवस्था लागू करेगा, जहाँ भक्तों को रुकने के बजाय निरंतर चलते हुए भगवान के दर्शन करने होंगे। मंदिर के भीतर मोबाइल, बैग और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाना पूरी तरह वर्जित रहेगा। क्लॉक रूम की सुविधा मानसरोवर द्वार के पास उपलब्ध है।
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