सर्वधर्म सम्भाव का प्रतीक है झांसी का ‘‘कुंज बिहारी मंदिर''

punjabkesari.in Thursday, Aug 18, 2022 - 05:16 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित भगवान कृष्ण के प्रसिद्ध कुंज बिहारी मंदिर के प्रति लोगों की आस्था और विश्वास जितना अटल और मजबूत है यह मंदिर उतनी की मजबूती के साथ पिछले लगभग 280 साल से सर्वधर्म सम्भाव के प्रतीक के रूप में वीरांगना नगरी के लोगों के बीच समरसता का प्रसार कर रहा है।  मंदिर के महाराज महंत राधामोहन दास ने गुरूवार को "यूनीवार्ता'' के साथ खास बातचीत में जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर में होने वाले आयोजनों और इस मंदिर के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जहां आज कुंज बिहारी मंदिर है यहां लगभग 400 साल पहले आश्रम हुआ करता था। इस आश्रम में 1740 के बाद स्वामी श्री कुंज बिहारी दास ने मंदिर की नींव रखी थी। इसके बाद से छह गुरू मंदिर की गद्दी पर विराजमान हो चुके हैं। मंहत राधामोहन दास की सातवीं गद्दी है। 
Kunj Bihari mandir, Kunj Bihari mandir Jhansi, Janmashtami, 2022, Krishna Janmashtami, Krishna Janmashtami 2020 Special, Krishna Janmashtami Celebration, Lord Krishna, Sri Krishna, Radha Krishan, Dharm, Punjab Kesari
कुंज बिहारी मंदिर में वृंदावन की बांके बिहारी मंदिर की परंपरा का ही पालन किया जाता है और उसी के अनुसार सभी आयोजन भी किये जाते हैं। उन्होंने बताया कि आज का मंदिर परिसर क्षेत्र कभी जंगल में आतिया ताल के बीच बना एक टापू था जहां स्थित आश्रम में कल्लनशाह, खाकी शाह ,जीवन शाह और कुंज बिहारी दास आकर भक्ति का संचार किया करते थे। तभी से यह स्थान प्रेम और सौहार्द का केंद्र है। बाद में इसी आश्रम में कुंज बिहारी मंदिर की स्थापना हुई। इस मंदिर में सभी जाति और संप्रदाय के लोग आते हैं जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हैं। झांसी के बड़े कलाकार गौ मुश्ताक भी मंदिर में लगातार यहां हाजिरी लगाते थे। यह मंदिर वर्षों से वीरांगना नगरी में सांप्रदायिक समरता का बड़ा प्रतीक है।    
Kunj Bihari mandir, Kunj Bihari mandir Jhansi, Janmashtami, 2022, Krishna Janmashtami, Krishna Janmashtami 2020 Special, Krishna Janmashtami Celebration, Lord Krishna, Sri Krishna, Radha Krishan, Dharm, Punjab Kesari

1100  रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं । अपनी जन्म तिथि अपने नाम , जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर वाट्स ऐप करें
PunjabKesari
महंत राधामोहनदास ने बताया कि जन्माष्टमी के दिन मंदिर में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। सुबह ठाकुर जी का अभिषेक और इसके बाद श्रृंगार होगा। शाम के समय भगवान कृष्ण के बालरूप को "पलना झांकी'' के रूप में प्रस्तुत किया जायेगा। साल में एक ही बार जन्माष्टमी के दिन भगवानकृष्ण के इस बाल रूप को गर्भगृह से बाहर लाया जाता है। सुबह से ही मक्खन मिश्री का प्रसाद भक्तों के लिए वितरित किया जायेगा,शास्त्रीय संगीत का आयोजन होगा और 108 दीपदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंदिर में किसी तरह से भक्तों से दान आदि लेने का नियम नहीं है। मंदिर का काम भक्तों द्वारा अपनी इच्छा से की गयी सेवा से ही चलता है । 

PunjabKesari Kunj Bihari mandir, Kunj Bihari mandir Jhansi, Janmashtami, 2022, Krishna Janmashtami, Krishna Janmashtami 2020 Special, Krishna Janmashtami Celebration, Lord Krishna, Sri Krishna, Radha Krishan, Dharm, Punjab Kesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Jyoti

Related News