Kojagara Puja: कोजागर पूजा पर ऐसे लोगों के घर आती हैं माता लक्ष्मी, लुटाती हैं धन-दौलत के भंडार
punjabkesari.in Monday, Oct 06, 2025 - 02:59 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Kojagari Lakshmi Puja 2025: हिन्दू शास्त्रों में शरद पूर्णिमा की रात्रि को होने वाली कोजागर पूजा का विशेष महत्व है। इसे कोजाग्रत व्रत भी कहा जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी रात्रि में भ्रमण करती हैं और उन घरों में प्रवेश करती हैं, जहां जागरण, पूजा और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाता है। "को जगे?" अर्थात कौन जाग रहा है? – यही प्रश्न पूछते हुए माता लक्ष्मी घर-घर जाती हैं और योग्य लोगों को धन-समृद्धि का वरदान देती हैं।
कोजागर पूजा की रात मां लक्ष्मी उन घरों में आती हैं जो स्वच्छ, धर्मनिष्ठ, भक्ति और जागरण से युक्त होते हैं। यदि पूजा वास्तु शास्त्र के अनुसार की जाए तो माता लक्ष्मी का आशीर्वाद स्थायी रूप से घर में बना रहता है और परिवार में धन, सुख और समृद्धि की वृद्धि होती है।
शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी किनके घर आती हैं ?
साफ-सुथरे और पवित्र घर
शास्त्र कहते हैं कि लक्ष्मी जी उन घरों में आती हैं जो स्वच्छ और पवित्र होते हैं। घर में गंदगी या अव्यवस्था होने पर लक्ष्मी प्रवेश नहीं करतीं।
सत्य और धर्म का पालन करने वाले लोग
जो लोग ईमानदार और धर्मपरायण जीवन जीते हैं, उनके घर माता लक्ष्मी की कृपा स्थायी रहती है। झूठ, छल-कपट और अधर्म करने वालों से लक्ष्मी दूर रहती हैं।
वास्तु अनुसार पूजन करने वाले घर
यदि कोजागर पूजा उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) दिशा में दीपक जलाकर की जाए तो माता लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं। घर के मुख्य द्वार पर दीप जलाना और रंगोली बनाना भी शुभ होता है।
जागरण और भक्ति करने वाले लोग
इस रात जो लोग जागरण करते हैं और भजन-कीर्तन गाते हैं, वहां मां लक्ष्मी रुकती हैं। आलस्य करने वाले और जल्दी सोने वाले घर में लक्ष्मी नहीं ठहरतीं।
दान-पुण्य और करुणा रखने वाले लोग
जो लोग गरीब, असहाय और जरूरतमंदों की मदद करते हैं, उनके घर कोजागर की रात मां लक्ष्मी विशेष रूप से आती हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार लक्ष्मी आगमन के लिए रखें इन बातों का ध्यान
घर में दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोने से बचें।
दरवाजे और खिड़कियों पर रोशनी जलती रहनी चाहिए।
तिजोरी या धन स्थान पर चांदी का सिक्का और शंख रखकर पूजन करना अत्यंत शुभ होता है।