Kartik Purnima upay: चांदनी रात में करें कुछ खास, कमाई और जीवन में होगी दिन दौगुनी-रात चौगुनी तरक्की
punjabkesari.in Wednesday, Nov 13, 2024 - 07:12 AM (IST)
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Kartik Purnima 2024: कार्तिक मास की पूर्णिमा 15 नवंबर शुक्रवार को पड़ रही है। इसके साथ ही कार्तिक माह का विश्राम हो जाएगा। प्रत्येक मास सूर्य एवं चन्द्रमा के हिसाब से शुरू होता है। जो लोग एकादशी से किसी भी मास के आरम्भ की गणना करते हैं, वे अगली एकादशी तक ही पूरा मास मानते हैं। जो लोग संक्रांति के हिसाब से चलते हैं, वह सूर्य और जो चन्द्रमा के अनुसार चलते हैं, वे पूर्णिमा की गणना के अनुसार मासिक नियम का पालन करते हैं। पूर्णिमा के हिसाब से कार्तिक मास शरद पूर्णिमा के हिसाब से शुरू हुआ था जो आज कार्तिक पूर्णिमा पर विराम लेगा।
Kartik Purnima upay कार्तिक पूर्णिमा पर चांदनी रात में करें कुछ खास, कमाई में होगी दिन दौगुनी-रात चौगुनी तरक्की
तन के लिए सूर्य की किरणें वरदान हैं, उसी तरह मन के लिए चन्द्रमा की किरणें मानसिक शांति लेकर आती हैं। पूर्णिमा की रात कुछ समय के लिए चांद की चांदनी में अवश्य बैठें। अपने जीवन में खुद महसूस करेंगे सकारात्मक प्रभाव।
पूर्णिमा के चांद को रात में कुछ देर के लिए एकटक निहारें। इससे आंखों को ठंडक मिलती है और नजर तेज होती है। यदि आप प्रत्येक पूर्णिमा को चांद को निहारेंगे, आंखों के बहुत से विकार भी काफी हद तक ठीक होने लगेंगे।
भगवान शिव और चंद्रमा को खीर का भोग लगाएं। फिर यह प्रसाद सारे परिवार को बांटे अंत में स्वयं ग्रहण करें। तन, मन, धन पर जादूई प्रभाव देखने को मिलेगा।
हनुमान जी के सामने मिट्टी का बना चौमुखा दीपक लाल रंग की बाती और शुद्ध घी डालकर जलाएं। जब तक दिया न जले तब तक जय सीयाराम-जय सीयाराम का नाम जाप करते रहें।
आयुर्वेद में कहा गया है, पूर्णिमा की रात औषधीय गुणों से भरपूर होती है। किसी अन्य दिन में इतनी शक्ति नहीं होती जितनी इस रात को अर्जित की जा सकती है। चांद की चांदनी में बैठकर खाई गई औषधि तीव्रता से अपना प्रभाव दिखाती है।
चांद निकलने के बाद शिवलिंग का दर्शन करके दीपक अर्पित करें। शिवपुराण एक ऐसा पुराण है, जिसमें भगवान शिव और सृष्टि के निर्माण से संबंधित गूढ़ रहस्य समाए हैं और साथ ही कुछ ऐसे दिव्य उपाय बताए गए हैं जिससे संसारिक पथ सुगम और सहज हो जाता है। जीवन यापन करने के लिए धन अहम भूमिका निभाता है। अगर आपके जीवन में धन संबंधित समस्याएं आ रही हैं तो शिव पुराण में वर्णित उपाय और पंचाक्षरी मंत्र की शरण में जाएं।
शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग के समक्ष प्रतिदिन दीपक जलाएं और ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। यह संसार कर्मक्षेत्र है जो इंसान जैसा बीज बोता है वैसा ही फल काटता है। शिवपुराण में वर्णित है प्रतिदिन शिवलिंग का पूजन करने से जीवन में आने वाले संकटों का डट कर मुकाबला करने की ताकत मिलती है।