Kanya Puja 2022: घर में कंजक पूजा से पहले करें ये काम, मां दुर्गा स्वयं आएगी आपके पास

punjabkesari.in Wednesday, Sep 28, 2022 - 09:23 AM (IST)

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Shardiya Navratri 2022: शारदीय नवरात्र का अंतिम दिन 4 अक्टूबर को पड़ रहा है। इस दिन व्रती अपने उपवास के आखिरी दिन देवी दुर्गा के 9 रूपों का पूजन करेंगे और इसके साथ ही छोटी कन्याओं का स्वागत कर उन्हें अपने घर भोज कराते हैं। इसके बाद व्रत समापन होता है और अगले दिन दशहरा या विजयादशमी के पर्व की तैयारी होती है। कन्या पूजन से पहले कुछ एक खास बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। इन 9 दिनों की तपस्या साधना व्रत से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बनने लगता है। सात्विक जीवन सात्विक आहार से आपके अंदर सत्व गुण प्रखर मात्रा में बढ़ जाता है इसलिए कन्या पूजन से पहले अपने घर में नौ देवियों का पूजन करते हुए हवन अवश्य करें। हवन करने की प्रक्रिया किसी योग्य ब्राह्मण से पूछ लें अथवा किसी योग्य ब्राह्मण को घर में आमंत्रित कर घर में एक शांति हवन और नव दुर्गा पूजन अवश्य कराएं।

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2022 Shardiya Navratri: नवरात्रि की कन्या पूजा के दिन हवन यज्ञ करवाने से एक तो उसकी पुण्य बाकी दिनों के मुकाबले अधिक मिलता है दूसरा हवन यज्ञ द्वारा देवी को जो भोग जाता है, उसे देवी स्वत: ही प्रसन्न हो जाती हैं। यदि किसी कारणवश घर में हवन न करवा पाए तो गाय के उपले की अग्यारी बनाकर उसमें 108 आहुति डालते हुए देवी के 108 नामों का ध्यान करें और घर के सभी सदस्यों से 11-11 आहुति डालने के पश्चात ही कन्या पूजन करें।

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Navratri havan at home:
नवरात्रि के अंतिम दिन यानी नवमी तिथि पर जोकि देवी सिद्धिदात्री का दिन है। अपनी शुद्धिकरण करने के पश्चात घर की रसोई को साफ करके उस पर देवी का भोग बनाएं हलवा, पूरी और खीर।

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Navratri havan at home vidhi: घर के ब्रह्म स्थान में ब्राह्मण द्वारा बताई विधि से हवन यज्ञ प्रारंभ करें। यह संभव न हो सके तो स्वयं अपने घर के मध्य में छोटे से किसी पात्र में उपलों से आग बनाकर आहुति डालें। अग्नि के पास पानी का एक कलश अवश्य रखें। घर के सभी सदस्य वहां उपस्थित हों और देवी के मंत्रोच्चारण के साथ-साथ देवी का अवाहन अवश्य करें। ध्यान रहे कि किसी भी प्रक्रिया की शुरुआत से पहले भगवान गणेश का आवाहन व ध्यान अवश्य करें।

Kanjak puja 2022: इसके बाद घर पर बनाए गए भोजन का भोग भी देवी को आहुति के माध्यम से लगाएं और उनसे प्रार्थना करें कि वह अपनी अनुकंपा आपके परिवार पर बनाए रखें और पूरे वर्ष तक आपके परिवार में किसी भी प्रकार के शारीरिक, आर्थिक व मानसिक परेशानी न आए।  इसके बाद कन्या पूजन करके व्रत का पारण करें।

नीलम
8847472411

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Content Writer

Niyati Bhandari

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