Kajri teej- आज कजली तीज पर करें ये काम, जैसा कहोगी वैसा ही करेगा पति
punjabkesari.in Thursday, Aug 22, 2024 - 04:04 AM (IST)
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Kajri teej 2024- हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज का पर्व मनाया जाता है। इसे कज्जली तीज के नाम से भी जाना जाता है। कजली या कजरी का अर्थ काले रंग से है। इस दौरान आसमान में काली घटाएं छायी रहती हैं इसीलिए भाद्रपद महीने की तृतीया को कज्जली तीज के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के भवानी स्वरूप की भी पूजा की जाती है। साथ ही कजरी तीज के दिन व्रत करने का भी विधान है। इस दिन महिलाएं अपने सुहाग के लिए व्रत करती हैं, जबकि कन्याएं मनाचाहा वर पाने के लिए कजरी तीज के दिन उपवास रखती हैं। कई जगहों पर इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के झूले को फूलों से सजाकर कृष्ण भजन भी गाए जाते हैं।
पौराणिक मान्यता है कि इस दिन देवी पार्वती पहली बार भगवान शिव से मिली थी। कजरी तीज के दिन सारे दिन व्रत रखकर शाम को चंद्रोदय होने पर ही इस व्रत का पारण किया जाता है। कहते हैं इस दिन कुछ खास उपायों को करने से देवी पार्वती और भगवान शिव की कृपा से आपका पति आपकी हर बात मानने लगता है। साल 2024 में कजली तीज का शुभ मुहूर्त और उपाय जानते हैं...
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल कजरी तीज का व्रत 22 अगस्त गुरुवार को रखा जाएगा। 22 अगस्त को चंद्रोदय रात 8 बजकर 20 मिनट पर होगा। इसके बाद आप व्रत का पारण कर सकती हैं।
तो चलिए आगे बात करते हैं इस दिन किए जाने वाले उपायों की
पहला अपाय है, अगर आपका पति आपकी कोई बात न मानता हो या फिर किसी खास परिस्थिति में आपका साथ न देता हो तो इस दिन शिवालय जाकर एक दीपक जलाएं और उसमें 1 लौंग डाले और भगवान शिव का जल से अभिषेक करें और अपनी कामना कहें। इससे आपका पति आपकी बात मानना शुरू कर देगा।
दूसरा उपाय है अगर आपका वैवाहिक जीवन सुखमय नहीं है तो कजरी तीज के दिन सिंदूर का दान करें। आप किसी विवाहित महिला को सिंदूर उपहार में दें। हालांकि, एक चीज का अवश्य ध्यान रखें कि बाजार से खरीदकर सिंदूर का दान करें। स्वयं का सिंदूर भूलकर भी किसी को न दें।
तीसरा उपाय के तौर पर कजरी तीज के दिन गरीबों एवं जरूरतमंदों को कपड़े दान करें। इस उपाय को करने से भी पति-पत्नी के रिश्ते मधुर होते हैं।
चौथा उपाय है रूठे पति को मनाने के लिए, इसके लिए कजली तीज के दिन स्नान-ध्यान कर देवों के देव महादेव और माता पार्वती की पूजा-उपासना करें। इसके पश्चात आटे से एक दीपक बनाएं। इस दीपक में एक इलायची डालकर जलाएं। आप दीपक शुद्ध घी और बाती से जलाएं। अब भगवान शिव और माता पार्वती को दीपक दिखाएं। इस समय 'ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः' मंत्र का कम से कम 21 बार जाप करें। इस उपाय को करने से पति-पत्नी के रिश्ते मधुर होते हैं।