कुंडली में चंद्रमा कि स्थिति को करना है मज़बूत तो करें ये काम
punjabkesari.in Tuesday, May 19, 2020 - 06:45 PM (IST)
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जन्मकुंडली में चन्द्र ग्रह पीड़ित हो अथवा पाप प्रभाव में हो तो जातक का मन उदास रहता है, उसका जीवन रंगहीन हो जाता है, मन में हर समय किसी न किसी विषय को लेकर चिन्ता बनी रहती है, घर में छोटी-छोटी बातों को लेकर कलह रहती है, माता के साथ उसके संबंध खराब होने लगते है।
चन्द्रमा मन का कारक है इसलिए चन्द्रमा का पीड़ित होना सीधे तौर पर मनुष्य के मन को पीड़ित कर देता है। चन्द्रमा पाप प्रभाव में हो या पीड़ित हो तो दूध देने वाले जानवर को मृत्यु दें देता है किन्तु आम तौर पर लोगों के घरों में दूध देने वाले जानवर नहीं होते इसलिए वह माता को बीमार कर देता है अथवा माता के साथ विवाद करा देता है।
जल से संबंधित समस्याआें को पैदा कर देता है, दूध का बार-बार निकलना भी चन्द्रमा की खराब स्थिति दर्शाता है। चन्द्रमा का खराब होना मनुष्य को मानसिक रूप से पीड़ित कर देता है। बार-बार मन में आत्महत्या के विचार आते हैं, मन में घबराहट होती है, स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती है। स्त्रियों का मासिक धर्म गड़बड़ा जाता है। अनहोनी की आशंका बनी रहती है इसलिए ये उपाय करने से चन्द्रमा ग्रह का अशुभ प्रभाव दूर हो जाता है :
चन्द्रमा अशुभ प्रभाव दे रहा हो तो सर्वप्रथम प्रात: माता के पैर छूने चाहिएं इससे चन्द्रमा का अशुभ प्रभाव समाप्त होने लगता है।
‘नम: शिवाय’ मंत्र का प्रतिदिन जप करना चाहिएं।
सोमवार को सफेद वस्तुएं दान करनी चाहिएं जैसे दूध, दही, सफेद वस्त्र आदि।
संभव हो तो किसी स्त्री को मोती दान करना चाहिए।
मोती को बहते हुए पानी में प्रवाहित करने से चन्द्रमा का अशुभ प्रभाव जीवन से दूर हो जाता है।
चावल का दान किसी निर्धन स्त्री को देना चाहिए।
किसी धार्मिक स्थान से शंख खरीद कर उसको दान करने से चन्द्रमा प्रसन्न होता है।
पानी अथवा दूध का दान देना चाहिए।
सोमवार व्रत करने से चन्द्रमा बलवान होता है।
प्रतिदिन शिवलिंग पर जल अर्पण करना चाहिए।
अस्पताल में बीमार व्यक्ति के परिवारजनों को भोजन कराना चाहिए।
किसी स्त्री की मदद करने से चन्द्रमा प्रसन्न हो जाता है।
कीकर की जड़ में प्रतिदिन पानी देना चाहिए।
—ज्योतिर्विद बॉक्सर देव गोस्वामी