रथयात्रा 2020: पहली बार भगवान जगन्नाथ के भक्त नहीं खींच पाएंगे रथ

punjabkesari.in Wednesday, Jun 10, 2020 - 12:16 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
कोरोना महामारी के कारण न केवल देश में बल्कि दुनिया भर के हालात बदल गए हैं। इस दौरान अगर किसी चीज़े में सबसे ज्यादा बदलाव आया है। वो है हमारे जीने के तौर तरीका। हर कोई अब अपने आप को इस वायरस की चपेट में आने से बचाने के लिए अपने आप को सुरक्षित रखने के प्रयासों में लगा है। तो वहीं इस दौरान मंदिरों आदि में भी कई तरह के बदलाव कर दिए गए थे। हालांकि देश भर के लगभग धार्मिक स्थल खोल दिए गए हैं, पर यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया जा रहा है। 
Jagannath rath yatra, भगवान जगन्नाथ, 23 June Tuesday, डालीगंज स्थित माधव मंदिर, Jagannath rath, Dharmik Sthal, Religious place in india, Hindu Teerth Sthal, धार्मिक स्थल
यहां तक कि कई तरह के धार्मिक आयोजन तथा यात्राओं आदि में बदलाव किए जा रहे हैं। बताया जा रहा है हर साल धूम धाम से निकाली जाने वाली भगवान जगन्नाथ जी की रथयात्रा इस बार 23 जून दिन मंगलवार को बिना श्रद्धालुओं के निकाली जाएगी। जी हां, बताया जा रहा है यहां ऐसा पहली बार होगा कि भक्त अपने आराध्य जगन्नाथ का रथ नहीं खींच सकेंगे। यात्रा समितियों द्वारा इस बार होनो वाले इस यात्रा के लिए स्वचालित रथ का इंतजाम किया जा रहा है, जिसका दर्शन भक्त अॉनलाइन ही कर सकेंगे। आइए विस्तार से जानें इससे जुड़ी अन्य जानकारी- 
Jagannath rath yatra, भगवान जगन्नाथ, 23 June Tuesday, डालीगंज स्थित माधव मंदिर, Jagannath rath, Dharmik Sthal, Religious place in india, Hindu Teerth Sthal, धार्मिक स्थल
स्वचालित रथ किया जाएगा तैयार
जगन्नाथ रथयात्रा चौक के अध्यक्ष के अनुसार सोशल डिस्टेसिंग, मास्क, सैनिटाइजेशन का ध्यान रखते हुए पहली बार स्वचालित जगन्नाथ भगवान का रथ तैयार किया जाएगा। यात्रा पारंपरिक मार्ग पर ही निकाली जाएगी। 
PunjabKesari, Jagannath rath yatra, भगवान जगन्नाथ, 23 June Tuesday, डालीगंज स्थित माधव मंदिर, Jagannath rath, Dharmik Sthal, Religious place in india, Hindu Teerth Sthal, धार्मिक स्थल
परंपरा बनाए रखने की मांग
बता दें डालीगंज स्थित माधव मंदिर की ओर से बीते 59 वर्षों से जगन्नाथ रथ यात्रा निकाली जा रही है। इसलिए समिति के अध्यक्ष बिहारी लाल साहू ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर सशर्त यात्रा की परंपरा को बनाए रखने की मांग की है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष द्वारा सुझाव दिया गया है कि भगवान जगन्नाथ की पालकी यात्रा को नगर भ्रमण के लिए अनुमति दी जाए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Jyoti

Recommended News

Related News