Inspirational Story: एक ऐसा गुण, जो बना देता है किसी को भी सफल, क्या आपके पास है ये ?
punjabkesari.in Wednesday, Aug 27, 2025 - 07:00 AM (IST)
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Inspirational Story: एक राजा ने अपने मंत्री और दरबारियों की बुद्धि की परीक्षा लेने का फैसला किया। उसने सभी को एक जगह बुलाया और हरेक को अशर्फियों से भरी एक थैली भेंट की। फिर उसने कहा-आप सब इन अशर्फियों को मेरा मुंह देखकर ही खर्च करें, बिना मेरा मुंह देखे इन्हें खर्च नहीं किया जा सकता।

एक सप्ताह बाद सबको बताना होगा कि आप लोगों ने इन अशर्फियों से क्या खरीदारी की है। एक सप्ताह बीत जाने के बाद राजा ने अपने सभी कर्मचारियों को बुलाकर पूछा कि उन लोगों ने अशर्फियों से क्या-क्या खरीदारी की है। सभी दरबारी एक-दूसरे की शक्ल देखने लगे। वे अपने को ठगा-सा महसूस कर रहे थे। उन्हें लग रहा था कि राजा ने उनके साथ मजाक किया है। सभी को चुप देखकर राज पुरोहित बोले- महाराज, आपकी आज्ञा थी कि अशर्फियों को आपका चेहरा देखने के बाद ही खर्च किया जाए। अब बाजार में तो आपके दर्शन हो नहीं सकते थे इसलिए हमने अशर्फियों को खर्च ही नहीं किया। अन्य दरबारियों ने भी राज पुरोहित की हां में हां मिलाई। उन सबने यही कहा कि वे अशर्फियां खर्च नहीं कर पाए। वहीं उन सबके बीच एक ओर खड़ा राजा का मंत्री मंद-मंद मुस्कुरा रहा था।

राजा ने जब उससे अशर्फियों के बारे में पूछा तो उसने कहा कि उसने खरीदारी कर ली है। सब लोग मंत्री को आश्चर्य से देखने लगे।
मंत्री ने कहा- महाराज आपने ही कहा था न कि आपको देखकर ही खरीदारी करूं। इन अशर्फियों पर आपका चित्र अंकित है इसलिए आपकी शर्त के मुताबिक मैंने इन पर आपका चेहरा देखकर आपको प्रणाम करके सारी खरीदारी कर ली है। राजा ने मंत्री की पीठ थपथपाई और सबसे कहा-आप लकीर का फकीर न बनें। कोई भी काम करने में अपनी विवेकबुद्धि का प्रयोग अवश्य करना चाहिए। इससे आपको सफलता मिलेगी।

